Himachal DGP on Shimla Sanjauli Masjid Row Hindu organisation to protest on 11 September ANN
Shimla Mosque Latest Update: शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद निर्माण को लेकर उपजा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. हिंदू संगठनों ने 11 सितंबर को आंदोलन का ऐलान किया है. प्रशासन ने धरना प्रदर्शन की अनुमति देने से इंकार कर दिया है. हिंदू संगठनों के नेताओं का कहना है कि 11 बजे उग्र आंदोलन होगा. तनाव को देखते हुए हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने तैयारियां पूरी कर ली हैं.
पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा ने मीडिया की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि हिमाचल प्रदेश में न तो कोई बांग्लादेशी नागरिक है और न ही कोई पाकिस्तानी है. हिमाचल प्रदेश पुलिस के पास इस तरह का कोई इनपुट नहीं है.
उन्होंने कहा कि शिकायत होने पर मामला संज्ञान में आता. मीडिया ने सदन में मंत्री अनिरुद्ध सिंह के दिये बयान से जुड़ा सवाल पूछा था. अनिरुद्ध सिंह का दावा था कि शिमला में बांग्लादेश और पाकिस्तान से भी लोग आए हो सकते हैं. उन्होंने जांच करवाने की मांग की थी. मंत्री से उलट पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा ने जानकारी से साफ इनकार किया है.
संजौली का विवाद स्थानीय है- DGP
पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा ने कहा कि संजौली में उपजा विवाद स्थानीय है. इसी के मद्देनजर सभी तैयारियां भी की जा रही हैं. अतुल वर्मा ने कहा कि अधिकारियों की बैठक की है. बैठक में उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी और नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री के साथ अन्य स्टेकहोल्डर शामिल थे.
डीजीपी अतुल वर्मा ने कहा कि पुलिस हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है. किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं होने दी जाएगी. डॉ. अतुल वर्मा ने आगे कहा कि पुलिस इंटेलिजेंस भी जुटा रही है. सोशल मीडिया की गतिविधि पर भी नजर पुलिस की नजर है.
हिंदू संगठनों ने आंदोलन की दी धमकी
बता दें कि हिंदू संघर्ष समिति ने संजौली की मस्जिद में कथित अवैध निर्माण के खिलाफ 11 सितंबर को आंदोलन का आह्वान किया. लोगों को सुबह 11 बजे जुटने के लिए कहा गया है. हिंदू संगठन अस्तित्व और धर्म की लड़ाई बता रहा है. सोशल मीडिया पर मैसेज भी वायरल किया जा रहा है. राज्य भर से लोगों को पहुंचने के लिए कहा गया है.
शनिवार को नगर निगम आयुक्त की अदालत में मामले की सुनवाई हुई. अब अगली सुनवाई के लिए 5 अक्टूबर की तारीख मिल गयी है. हिंदू जागरण मंच हिमाचल प्रांत के पूर्व अध्यक्ष कमल गौतम ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अपेक्षा के अनुरूप निर्णय आया है. सिर्फ मामले को टालने की बात है. तारीख पर तारीख दी जाएगी. सभी हिंदू निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार रहें.
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