‘कौन जिएगा और कौन नहीं, इसका फैसला…’ मंगेश यादव एनकाउंट को लेकर राहुल गांधी का योगी आदित्यनाथ पर हमला
Rahul Gandhi On Mangesh Yadav Encounter: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में मंगेश यादव एनकाउंटर को लेकर राजनीति उफान पर है. एक तरफ जहां परिवार ने पुलिस पर उसे निर्ममता से मारने का आरोप लगाया है तो वहीं, विपक्ष के नेता सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर ले रहे हैं. इसी क्रम में लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में कानून और व्यवस्था की धज्जियां उड़ी हुई हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर मंगेश यादव मामले को लेकर उन्होंने कहा, “बीजेपी शासित राज्यों में ‘कानून और संविधान’ की धज्जियां वही उड़ा रहे हैं, जिनपर उनका पालन कराने की ज़िम्मेदारी है. सुल्तानपर में हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बीजेपी ‘रूल ऑफ लॉ’ पर विश्वास ही नहीं करती. मंगेश के परिवार के आंसू पूरे देश से सवाल पूछ रहे हैं – कौन जिएगा और कौन नहीं, इसका फैसला अदालत करेगी या पुलिस?”
भाजपा शासित राज्यों में ‘कानून और संविधान’ की धज्जियां वही उड़ा रहे हैं, जिनपर उनका पालन कराने की ज़िम्मेदारी है।
सुल्तानपर में हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा ‘Rule Of Law’ पर विश्वास ही नहीं करती।
मंगेश के परिवार के आंसू पूरे देश से सवाल…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 7, 2024
‘केंद्र सरकार ठोको नीति को कर रही सपोर्ट’
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर भी हमला करते हुए कहा, “एसटीएफ जैसी प्रोफेशनल फोर्स को बीजेपी सरकार में ‘आपराधिक गिरोह’ की तरह चलाया जा रहा है, जिसपर केंद्र सरकार की चुप्पी इस ‘ठोको नीति’ पर उनकी स्पष्ट सहमति है. यूपी एसटीएफ के दर्जनों एनकाउंटर सवालों के घेरे में हैं. क्या आज तक उनमें से किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई हुई? आखिर कौन उन्हें बचा रहा है और क्यों? कैमरों के आगे संविधान को माथे से लगाना सिर्फ ढोंग है, जब आपकी सरकारें ही उसकी खुलेआम धज्जियां उड़ा रही हों. उत्तरप्रदेश में हुए सभी संदिग्ध एनकाउण्टर्स की निष्पक्ष जांच कर इंसाफ किया जाना चाहिए.”
मंगेश यादव के परिवार ने क्या लगाया आरोप?
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने डकैती के एक मामले में पूछताछ के लिए उन्हें उनके घर से उठाया था और दो दिन बाद उन्हें अवैध हिरासत में लेकर गोली मार दी. उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के 5 सितंबर को मंगेश यादव एनकाउंटर ने राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. विपक्षी दलों ने इसे “फर्जी मुठभेड़” करार दिया है.
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