Kolkata rape murder case Doctors hold candlelight protest RG Kar Medical College get public support BJP calls Black Out
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले को लेकर हज़ारों डॉक्टरों का विरोध जारी है. इस दौरान डॉक्टरों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मोमबत्ती जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.
ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई घटना को लेकर लोगों में व्याप्त आक्रोश के बीच डॉक्टरों ने देशभर के लोगों से रात 9 बजे से लेकर 10 बजे तक अपने घरों की लाइट ऑफ कर कैंडल और टॉर्च जलाने का आह्वान किया. इस केस के बाद से देशभर के डॉक्टर आक्रोशित हैं. कई दिनों तक डॉक्टरों ने इस घटना के विरोध में हड़ताल जारी रखी थी.
डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन के साथ एकजुटता दिखाते हुए किया ब्लैकआउट
इस बीच बीजेपी आईटी सेल चीफ अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट लिखी. उन्होंने कहा, “कोलकाता में डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन के साथ एकजुटता दिखाते हुए पूरी तरह से ब्लैकआउट किया गया, जिसमें आरजी कर रेप और हत्या पीड़िता के लिए न्याय की मांग की गई.”
‘CM और पुलिस कमिश्नर ने अपराध छिपाने के लिए लगाई पूरी ताकत’
उन्होंने आगे कहा, “पश्चिम बंगाल का मानना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के संरक्षण में काम करने वाले आपराधिक गिरोहों ने युवा महिला डॉक्टर की हत्या कर दी, क्योंकि वह बहुत कुछ जानती थी. हालांकि, बाद में, सीएम और कोलकाता पुलिस कमिश्नर ने इस जघन्य अपराध को छिपाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी. यह लोगों का गुस्सा है.”
Kolkata observes complete black out in solidarity with doctors’ protest, demanding justice for the RG Kar rape and murder victim. West Bengal believes that criminal syndicates operating under Mamata Banerjee’s patronage killed the young lady doctor, because she knew too much.… pic.twitter.com/JmZkEXznre
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 4, 2024
गवर्नर बोस ने मोमबत्ती जलाकर जताया विरोध
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल बलात्कार-हत्या की घटना के विरोध के प्रतीक के रूप में पश्चिम बंगाल राजभवन की लाइटें बंद कर दी गईं. इस दौरान पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन की लाइटें बंद करके मोमबत्ती जलाकर घटना के विरोध में विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया.
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