हरियाणा चुनाव में BJP इन 25 से साधेगी 90 का गणित; जानें उम्मीदवारों की घोषणा में देरी की वजह
Haryana Election 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा में उम्मीदवारों के नाम लगभग फाइनल हो चुके हैं.
Haryana Assembly Election 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने लगभग पेपर वर्क कर लिया है. कागजों पर सारे समीकरण बैठा लिए गए हैं और वोटों का गुणा-भाग भी हो चुका है. डेट को लेकर कन्फ्यूजन थी, वो भी दूर हो गई. इस चुनाव में भाजपा (BJP) फूंक-फूंककर कदम रख रही है. सभी सीटों पर पहले सर्वे कराया गया. हर सीट पर मौजूदा विधायक के साथ-साथ उस सीट पर लड़ने योग्य अन्य नेताओं के बारे में पता किया गया. फिर सीटों का समीकरण देखा गया.
90 सीटों पर नाम तय
भाजपा सूत्रों ने बताया है कि करीब 10 से 15 फीसदी मौजूदा विधायकों के टिकट कटने तय हैं. इनका सर्वे में फीडबैक अच्छा नहीं आया है. सभी 90 सीटों पर नाम तय कर लिए गए हैं. इंतजार बस इस बात का है कि कांग्रेस समेत अन्य दल क्या रणनीति अपना रहे हैं. उसके हिसाब से कुछ नामों में फेरबदल किया जा सकता है. हालांकि, 25 सीटों पर नाम तो लगभग तय हैं. ये सभी भाजपा के पुराने चेहरे या फिर दूसरी पार्टी से आए दिग्गज नेता या फिर उनके परिवार के सदस्य हैं. भाजपा को उम्मीद है कि ये न सिर्फ अपनी सीट बल्कि आसपास की सीटों पर भी पार्टी के लिए फायदेमंद साबित होंगे. सभी के नाम नीचे पढ़ें. इन्हें संभावित उम्मीदवार इसलिए बताया गया है क्योंकि अभी भाजपा की आधिकारिक उम्मीदवारों की सूची नहीं आई है.
इस बात का है इंतजार
उम्मीदवारों की सूची में देरी के पीछे एक कारण यह भी है कि पार्टी नहीं चाहती कि विधानसभा प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के बाद किसी तरह की खेमेबाजी हो. साथ ही जननायक जनता पार्टी (जजपा), चंद्रशेखर आजाद की पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी और इंडियन नेशनल लोकदल जैसी पार्टियां इसी इंतजार में हैं कि भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों के नेता बागी होकर उनकी पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए आएं. भाजपा किसी भी पार्टी को ऐसा मौका देने के मूड में नहीं है.
तीसरा और अंतिम कारण
अभी हाल ही में हरियाणा को लेकर ‘लोक पोल’ (Lok Poll) ने प्री-पोल सर्वे किया है. इस सर्वे में हरियाणा के 67,500 ने अपना जवाब दिया है. इस सर्वे का अनुमान है कि कांग्रेस इस बार सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है. उसे 58-65 सीटें मिल सकती हैं. वहीं भाजपा को महज 20-29 सीटें मिल सकती हैं. जाहिर है इससे भी भाजपा सतर्क हो गई है और सीटों के ऐलान में देरी कर रही है. हर सीट पर फिर से समीकरण जांचे जा रहे हैं. साथ ही दूसरे दलों के उम्मीदवार चयन पर भी नजर रखी जा रही है.