Flooding after rain in Ranchi Three roads washed away trees uprooted houses damaged continuous rain ann
Flooding After Rain in Ranchi: झारखंड में पिछले दो दिनों में लगातार वर्षा होने से कई सड़कें टूट गईं. पेड़ उखड़ गये और मकान क्षतिग्रस्त हो गये. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के किसी भी हिस्से से जनहानि की कोई सूचना नहीं है. झारखंड सरकार पहले ही आदेश दे चुकी है कि वर्षा के मद्देनजर शनिवार को सभी विद्यालय बंद रखे जाएं.
अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम को राज्य की राजधानी रांची में मूसलाधार वर्षा से प्रभावित निचले इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैनात किया गया है. उन्होंने कहा फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को कई जिलों में भारी वर्षा होने का अलर्ट जारी किया है.
करीब 40 लोगों को पहुंचाया सुरक्षित स्थानों पर
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने कहा, ‘‘ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने तथा कुछ जगहों पर भारी से बहुत ही अधिक तक वर्षा होने एवं उत्तर पश्चिम झारखंड में भीषण वर्षा होने का अनुमान है.’’ आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि रांची में निचले इलाके वर्षा के पानी से जलभराव हो गया है और शुक्रवार शाम में सदर थानाक्षेत्र में एनडीआरएफ ने बंधगारी इलाके से करीब 40 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.
तीन सड़कें बह गयीं पानी के तेज प्रवाह में
रांची के मंदार क्षेत्र में एक सड़क पानी के तेज प्रवाह में बह गयी. शनिवार सुबह शहर के कई स्थानों पर पेड़ भी उखड़े हुए मिले. रांची नगर निगम ने जलभराव के बारे में शिकायत दर्ज कराने के लिए हेल्पलाइन की शुरुआत की है. गुमला में कम से कम तीन सड़कें पानी के तेज प्रवाह में बह गयीं. एक अधिकारी के अनुसार कांद्रा गांव के पास एक सड़क बह गयी जो गुमला और लोहरदगा को जोड़ती थी. इसी तरह, चैनपुर प्रखंड में एक मार्ग बह गया जो पांच गांवों के 15,000 लोगों को जोड़ता था. जिले में निचले इलाकों के गांवों में कई मकानों में पानी भर गया है.
एनडीआरएफ की टीम को रखा गया है तैयार
रामगढ़ में दामोदर और भैरवी नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण प्रशासन ने प्रसिद्ध तीर्थ स्थल रजरप्पा मंदिर क्षेत्र के लिए अलर्ट जारी किया है. मंदिर के मुख्य पुरोहित अजय पांडा ने बताया कि श्रद्धालुओं को दामोदर नदी की ओर वाले निकास द्वार की ओर नहीं जाने की सलाह दी गयी है. रामगढ़ के उपायुक्त चंदन कुमार ने सभी छह प्रखंडों के अधिकारियों को स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम को तैयार रखा गया है.
धनबाद में, बेकारबांध के पास ग्रेवाल कॉलोनी, भूली में नवाडीह नंदन रेजीडेंसी, धैया में मंगल विहार कॉलोनी, मैथन में शिवलीवारी कॉलोनी जैसे कई इलाके भारी बारिश के कारण जलमग्न हैं. धनबाद नगर निगम के आयुक्त रविराज शर्मा ने कहा कि पानी की निकासी के लिए विभिन्न स्थानों पर त्वरित कार्रवाई दलों (क्यूआरटी) को लगाया गया है.