Puja Khedkar UPSC cancels candidature from IAS debars future selections | पूजा खेडकर का विवादों से पुराना नाता, UPSC की गिरी गाज, जानें
पूजा खेडकर अब आईएएस अधिकारी नहीं रहेंगी. विवादों के बीच यूपीएससी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया. साथ ही पूजा खेडकर भविष्य में किसी भी परीक्षा में भी शामिल नहीं हो पाएंगीं. यूपीएससी ने इस पर रोक लगा दी है. यूपीएससी ने बुधवार (31 जुलाई) को बयान जारी कर कहा कि पूजा खेडकर ने फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया.
विवादों से पुराना नाता
पूजा खेडकर प्रोबेशन के दौरान अवैध मांग करने को लेकर विवादों में घिर गईं. पुणे कलेक्टर सुहास दिवासे ने खेडकर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर एक पूर्व चार्टर्ड अधिकारी हैं. उनका पैतृक गांव नगर जिले के पाथर्डी तालुका में भलगांव है. डिपिल खेडकर ने मैकेनिकल में ग्रेजुएशन किया है. खेडकर ने रिटायरमेंट के बाद राजनीति में किस्मत आजमाई. उन्होंने वंचित बहुजन अघाड़ी से अहमदनगर लोकसभा चुनाव लड़ा था. लोकसभा चुनाव में उन्हें 13 हजार 749 वोट मिले.दिलीप खेडकर ने चुनावी हलफनामे में बताया है कि उनके पास 40 करोड़ की संपत्ति है, तो चर्चा शुरू हुई. इस बात पर राजनीतिक चर्चा होने लगी कि एक चार्टर्ड अधिकारी के पास इतनी संपत्ति कैसे हो सकती है. दिलीप खेडकर की पत्नी डॉ. मनोरमा खेडकर के पिता जगन्नाथ बुधवंत भी एक चार्टर्ड अधिकारी थे. उनका करियर भी विवादास्पद रहा, उन्हें एक बार निलंबित भी किया गया था. दिलीप खेडकर के दो बच्चे हैं, पीयूष खेड़कर और डॉ. पूजा खेडकर. पीयूष खेडकर लंदन में पढ़ाई कर रहे हैं.दिलीप खेडकर के भाई माणिक खेडकर 5 साल तक बीजेपी के तालुका अध्यक्ष रहे हैं.
इससे पहले पूजा खेडकर की ट्रेनिंग पर रोक लगा दी गई. उन्हें फील्ड पोस्टिंग से हटाकर मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) में रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया. यह कदम महाराष्ट्र सरकार द्वारा एलबीएसएनएए को उनके प्रमाणपत्रों, दस्तावेजों, चिकित्सा और अन्य कागजात से संबंधित शिकायतों के बाद उनके व्यवहार पर विभिन्न मामलों में भेजी गई रिपोर्ट के बाद उठाया गया. पूजा खेडकर ने अपनी गाड़ी पर लाल बत्ती लगावाया था. इस पर विवाद हुआ.
पूजा खेडकर पर क्या-क्या आरोप हैं?
- पूजा खेडकर ने फर्जी पहचान बनाकर UPSC की परीक्षा दी
- परीक्षा नियमों के साथ धोखाधड़ी करके लाभ उठाया
- दस्तवाजे में नाम, पता, तस्वीर, ईमेल आईडी बदलकर यूपीएससी की परीक्षा में तय नियमों से अधिक एटेम्पट दिए
- अपने पिता और माता को लेकर भी गलत जानकारी का आरोप
पूजा खेडकर उनके खिलाफ कथित तौर पर सीमा से परे धोखाधड़ी से प्रयास करने के लिए अपनी पहचान को गलत तरीके से पेश करने के लिए एफआईआर दर्ज किया गया था. यूपीएससी की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया था. इस मामले में अग्रिम जमानत के लिए पूजा खेडकर कोर्ट पहुंचीं. उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर गुरुवार (1 अगस्त) को कोर्ट अपना फैसला देगी. (IANS के इनपुट के साथ)
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