Kargil Vijay Diwas 2024 Celebration centre government provides mobile connectivity for army jawans at 16000 feet
Kargil Vijay Diwas: विजय दिवस के मौके पर कारगिल में शुक्रवार (26 जुलाई) को दूरसंचार विभाग (DoT) ने इलाके में तैनात जवानों के लिए बिना रुकावट मोबाइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए एक अपडेट शेयर किया. DoT ने “16,000 फीट” की ऊंचाई का जिक्र करते हुए कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने की बात कही है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, दूरसंचार विभाग (DoT) ने क्षेत्र में तैनात जवानों के लिए मोबाइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए कारगिल में दूरसंचार बुनियादी ढांचे पर एक अपडेट शेयर किया. 26 जुलाई, को विजय दिवस के मौके पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर DoT ने कारगिल में बर्फीली चोटी पर खड़े एक जवान की तस्वीर शेयर की है. इस पोस्ट में लिखा है, कारगिल में हमारे जवानों के लिए दूरसंचार कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना. इसमें 16 हजार फिट की ऊंचाई पर प्रकाश डाला है.
26 जुलाई को क्यों मनाया जाता है कारगिल विजय दिवस?
विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को 1999 के कारगिल युद्ध में भारतीय सेना की जीत की याद में मनाया जाता है. इसी दिन जम्मू-कश्मीर के कारगिल के उच्च ऊंचाई वाले इलाके में युद्ध के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए बलिदानों का सम्मान करता है. यह दिन इस जीत का जश्न मनाने और बहादुर सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है.
Enabling telecom connectivity for our Jawans in Kargil.
📍16,000 ftकारगिल विजय दिवस पर वीर जवानों को नमन।🙏#KargilVijayDiwas pic.twitter.com/66vWS13ZS7
— DoT India (@DoT_India) July 26, 2024
दूरसंचार विभाग युद्ध नायकों की स्मृति का कर रहा सम्मान
कारगिल में दूरसंचार कनेक्टिविटी में सुधार करके, दूरसंचार विभाग न केवल युद्ध नायकों की स्मृति का सम्मान कर रहा है, बल्कि वहां तैनात जवानों के रहने की स्थिति को भी बेहतर बना रहा है. यह सुनिश्चित करता है कि वे अपने कर्तव्यों का पालन करते समय जुड़े रहें और समर्थित बनें रहें.
जानिए क्या है ऑपरेशन विजय?
22 साल पहले 26 जुलाई 1999 कारगिल की पहाड़ियों पर भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई हुई थी. इस लड़ाई की शुरुआत तब हुई थी जब पाकिस्तानी सैनिकों ने कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर घुसपैठ करके अपने ठिकाने बना लिए थे. कारगिल युद्ध 1999 में मई से जुलाई तक चला था. कब्जे वाले इलाकों को वापस पाने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय शुरू किया. भारत ने घुसपैठियों को पीछे धकेलने के बाद युद्ध जीता.
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