यूपी के किसान इस पैदावार से होंगे मालामाल, 500 रुपये से शुरू कर सकते हैं इसकी खेती
<p style="text-align: justify;"><strong>Kanpur News:</strong> भारत में अलग अलग तरीके की खेती और पैदावार होती है, जिन्हे किसान करते हैं. लेकिन आज कृषि क्षेत्र में आगे बढ़ने वाले युवा उन पैदावार पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. जो कम लागत में अच्छी पैदावार और कीम में भी ऊंची हो ऐसी खेती करने की उच्च रख रहे हैं. ऐसे में कानपुर के कृषि विश्वविद्यालय सीएसए में किसानों की आमदनी बढ़ाने और उन्हें मशरूम की खेती करने के फायदे भी बता रही है. जिससे किसान काम लागत में मालामाल हो सकता है.</p>
<p style="text-align: justify;"> लगातार कानपुर कृषि विश्वविद्यालय किसानों के बेहरत भविष्य को ध्यान में टका कर आए दिन अलग अलग ट्रेनिंग खेती एस जुड़ी आयोजित करते रहते हैं. लेकिन इन दिनों सीएसए खास मशरूम की पैदावार से युवा छात्रों और किसानों को जानकार बना रहे है. बिहार ,छत्तीसगढ़ , भदोही ,महाराष्ट्र, पंजाब जैसे राज्य के किसान आज मुख्य फसलों के अलावा भी इस मशरूम की खेती को साइड में कर अलग आमदनी पैदा आकर रहे हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कम समय में अधिक पैसे कमा सकता है किसान</strong><br />अमूमन देश का किसान डाल चावल, गेहूं ,चना की फसलों पर काम करता है. लेकिन उसकी मेहनत और आमदनी कुछ विशेष नहीं होती और इसी बीच मौसम की मार हो जाए तो बड़ा नुकसान भी होता है,जिसके चलते अब किसानों को अपनी आमदनी बढ़ाने और साइट में छोटे स्तर और काम लागत में शुरू की जाने बाल खेती, जिसमे ढींगरी मशरूम शामिल है. जो आयरन और कैल्शियम से भरपूर होती है और किसानों को कम समय में अधिक पैसे इससे कमा सकता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong> 4 से 5 हजार रुपए की होगी आमदनी</strong><br />देश के कई हिस्सों में मशरूम की पैदावार की जाती है. लेकिन कानपुर कृषि विश्वविद्यालय ने इस खेती को लेकर नई जानकारियां दी है. इस खेती को करने के लिए 500 रुपए से शुरुआत की जा सकती है. जिसे कोई भी किसान या छात्र ट्रेनिंग लेने के बाद कर सकता है और 500 रुपये लगाने के बाद इसकी पैदावार से 4 से 5 हजार रुपए की आमदनी कर सकता है. वहीं यहां के मशरूम विभाग से देश के अलग अलग राज्य के किसान ट्रेनिंग लेकर अच्छी आमदनी कर रहे है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>क्या बोले मशरूम विभाग के अध्यक्ष</strong><br />वहीं इस फसल की जानकारी को लेकर सीएसए के मशरूम विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर एसके विश्वास का कहना की जून जुलाई से लेकर हम फरवरी मार्च तक अपने विभाग में ट्रेनिंग देते हैं. ये ट्रेनिंग का समय मात्र 6 दिन रहता है. इसे करने की फीस मात्र 1 हजार रुपया है. जिसे कोई भी छात्र जो किसानी खेती को जानकारी लेना चाहता है. वो भी और आम किसान भी कर सकता है और अच्छी कीमत इसके माध्यम से कमा सकता है.</p>
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