Share Market Opening News, 14 July 2023, BSE NSE News Nifty Sensex News,
मुंबई:
सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को सुबह के कारोबार में सेंसेक्स 327 अंक ऊपर 65886 पर और निफ्टी 97 अंक ऊपर 19511 पर पहुंच गया. निफ्टी 50 में 40 शेयरों में एडवांसेस दिखाई दिया जबकि 9 शेयरों में डिक्लाइन दिखाई दिया. निफ्टी में जिन शेयरों में तेजी दिखाई दे रही है उनमें INFY, HINDALCO, TECHM, WIPRO, TCS के शेयर शामिल रहे जबकि जो शेयर गिरे उनमें POWERGRID, BPCL, INDUSINDBK, BHARTIARTL, NTPC के शेयर शामिल हैं.
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बता दें कि घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को तेजी रही थी और बीएसई सेंसेक्स 165 अंक बढ़त में रहा था. कारोबार के दौरान दोनों मानक सूचकांकों में रिकॉर्ड मजबूती आई थी और एक समय सेंसेक्स पहली बार 66,000 अंक के स्तर के पार निकल गया था.
अमेरिका में खुदरा मुद्रास्फीति में नरमी के बीच वैश्विक बाजारों में तेजी के साथ घरेलू बाजार में मजबूती आई थी. इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) जैसे प्रमुख शेयरों में लिवाली से भी तेजी को समर्थन मिला था.
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 164.99 अंक यानी 0.25 प्रतिशत की तेजी के साथ 65,558.89 अंक पर बंद हुआ था. कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 670.31 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ अबतक के उच्चतम स्तर 66,064.21 अंक पर चला गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 29.45 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,413.75 अंक पर बंद हुआ था. कारोबार के दौरान यह 182.7 अंक की बढ़त के साथ रिकॉर्ड 19,567 अंक तक चला गया था.
सेंसेक्स के शेयरों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, विप्रो और बजाज फाइनेंस प्रमुख रूप से लाभ में रहे थे. टीसीएस का शेयर जून तिमाही के वित्तीय परिणाम की घोषणा के एक दिन बाद आज 2.47 प्रतिशत चढ़ा थे.
देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 16.83 प्रतिशत बढ़कर 11,074 करोड़ रुपये रहा है था. हालांकि, कंपनी बाजार अनिश्चितताओं के कारण वित्त वर्ष के लिये वृद्धि संभावनाओं को लेकर सतर्क है.
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में पावर ग्रिड, मारुति, एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर और नेस्ले शामिल रहे थे.
बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अनाज एवं दालों की कीमतें बढ़ने से जून में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर तीन महीनों के उच्चस्तर 4.81 प्रतिशत पर पहुंच गई. इससे पहले लगातार चार महीने इसमें गिरावट आई थी. हालांकि, यह अभी रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर के दायरे में है. वहीं औद्योगिक उत्पादन में मई महीने में 5.2 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि हुई.