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PM awas scams during Ahok Gehlot government Madan Dilawar said culprits punished ann


PM Awas Scams In Rajasthan: राजस्थान के दूसरे बड़े जिले जोधपुर से 50 किलोमीटर दूर आगोलाई ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में घोटाले का एक मामला सामने आया है.  जरूरमंद आर्थिक स्थिति से कमजोर परिवारों को पीएम आवास योजना के तहत जो बेघर है या कच्चे मकान में रहते हैं. उन्हें पक्के घर बनाने के लिए एक लाख पचास हजार रुपये चार किस्तों में दिए जाते हैं. लेकिन जोधपुर जिले की आगोलाई पंचायत में इसका उल्टा ही हो रहा है. यहां पंचायत की मेहरबानी ऐसी की 2022 से अब तक ऐसे 253 आवास स्वीकृत हो चुके हैं. इनमें से 246 के लिए दूसरी व तीसरी किस्त भी जारी हो चुकी है.

एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में सामने आया कि 253 स्वीकृत आवास में से 157 स्वीकृत आवास में जमकर फर्जीवाड़ा हुआ है. पीएम आवास योजना के तहत करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया है. जहां सरपंच ग्राम सेवक और वार्ड पंचों ने अपने चाहेतो को लाभ देने के लिए गरीबों के पक्के आवास के लिए मिलने वाली पीएम आवास योजना की राशि ऐसे लोगों को दी है. जिनके पहले से तीन-तीन पक्के मकान है, प्रॉपर्टी डीलर कारोबारी को भी आवास मंजूर कर दिए गए हैं.

कलेक्टर की ओर से बनाई गई है टीम 
राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री व प्रभारी मंत्री मदन दिलावर से एबीपी न्यूज़ ने आगोलाई में हुए पीएम आवास के भ्रष्टाचार को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह पूर्व की गहलोत सरकार के दौरान घोटाले हुए होंगे. इसकी जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी है. उस पर कार्रवाई की जाएगी. इस घोटाले को लेकर जोधपुर जिला कलेक्टर की ओर से टीम बनाई गई है. जो इस मामले की जांच कर रही है.

टीकमचंद पुत्र डूंगरराम दर्जी के पहले से पक्का घर बने हुए है. फिर भी उनके नाम से पीएम आवास आलोट हो गया है. पीएम आवास के निर्माण की जगह टीकमचंद ने दुकानों का निर्माण करवाया है. शिकायत का पता चलते ही दुकानों को आवास बनाने की कोशिश शुरू कर दी है.

सोने चांदी की ज्वेलरी का शोरूम चलने वाले भोमराज सोनी आगोलाई पंचायत समिति में वार्ड पंच है. पहले से इनके तीन पक्के मकान है. दो नए मकान बन रहे हैं. फिर भी नरपत राम सोनी व चाचा प्रेमराज सोनी को 2 पीएम आवास आलोट हो गए हैं. जिनकी जियो टैगिंग पीछे की तरफ जानवरों को रखने की जगह पर कर दी गई है.भोमाराम ने अपने चाचा व भाई के लिए तर्क दिया कि यह मकान हमारे माता जी का है. कभी भी यह अलग कर सकते हैं. तो हमारा अलग मकान होना चाहिए.

ग्राम सेवक अंगद मीणा ने बताया कि यह अर्बन क्षेत्र है. यहां पर जिसको भी पीएम आवास के तहत आवास आलोट हुए हैं. वह नियम अनुसार हुए हैं. अगर कुछ गलत हुआ है. तो उसकी जांच हो जाएगी. सरपंच पति का कहना है कि इस मामले की जानकारी सामने आई है अगर गड़बड़ी हुई है, तो जांच कराई जाएगी.

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