Congress Jairam Ramesh Samajwadi party reaction on Samvidhaan Hatya Diwas ModiMukti Diwas 25 june
Congress On Samvidhaan Hatya Diwas: केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लते हुए 25 जून को संविधान हत्या दिवस घोषित किया है. अब इस पर कांग्रेस समेत विपक्ष के कई नेताओं ने प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशान साधा. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री एक बार फ़िर हिपोक्रेसी से भरा एक हेडलाइन बनाने का प्रयास कर रहे हैं.
4 जून को मोदी मुक्ति दिवस- कांग्रेस
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, “भारत के लोगों में 4 जून 2024 जिसे इतिहास में मोदी मुक्ति दिवस के नाम से जाना जाएगा. इस दिन मिली निर्णायक व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक हार से पहले उन्होंने (पीएम मोदी) दस सालों तक अघोषित आपातकाल लगा रखा था. यह वही नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने भारत के संविधान और उसके सिद्धांतों, मूल्यों और संस्थानों पर सुनियोजित ढंग से हमला किया है.”
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आगे कहा, “यह वही नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री हैं, जिनके वैचारिक परिवार ने नवंबर 1949 में भारत के संविधान को इस आधार पर खारिज कर दिया था कि यह मनुस्मृति से प्रेरित नहीं था. यह वही नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री हैं, जिनके लिए डेमोक्रेसी का मतलब केवल डेमो-कुर्सी है.”
अखिलेश यादव का बीजेपी पर निशाना
केंद्र सरकार के इस कदम का समाजवादी पार्टी ने भी विरोध किया. पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “30 जनवरी को बापू हत्या दिवस और लोकतंत्र हत्या दिवस के संयुक्त दिवस के रूप में मनाना चाहिए, क्योंकि इसी दिन चंडीगढ़ में बीजेपी ने मेयर चुनाव में धांधली की थी.” इस दौरान उन्होंने हत्या दिवस को लेकर बीजेपी से कई सवाल पूछे.
अखिलेश यादव ने बीजेपी से पूछा-
- मणिपुर में नारी के मान-अपमान हत्या दिवस
- हाथरस की बेटी हत्या दिवस
- लखीमपुर में किसान हत्या दिवस
- कानपुर देहात में माँ-बेटी हत्या दिवस
- तीन काले कानूनों से कृषि हत्या दिवस
- पेपर लीक करके हुए परीक्षा प्रणाली हत्या दिवस
- अग्निवीर से हुए सामान्य सैन्य भर्ती हत्या दिवस
- बेरोजगारी से हुए युवा सपनों के हत्या दिवस
- बढ़ती महंगाई से हुए आम परिवारों के भविष्य के हत्या दिवस
- नोटबंदी व जीएसटी लागू करने से हुए व्यापार हत्या दिवस
- यश भारती जैसे पुरस्कार बंद करने से हुए हुनर-सम्मान हत्या दिवस
- जनसंख्या में आनुपातिक प्रतिनिधित्व न देकर सामाजिक न्याय का हत्या दिवस
- सरकारी नौकरी के अवसर ख़त्म करके आरक्षण के हत्या दिवस
- पुरानी पेंशन के हत्या दिवस
- संदेहास्पद हो गये ईवीएम न हटाकर बैलेट पेपर हत्या दिवस
ये भी पढ़ें : IPS A Koan: 11 महीने बाद IPS कोआन को राष्ट्रपति मुर्मू ने किया बहाल, गोवा के क्लब में उस रात जो हुआ वो हैरान कर देगा