PM Narendra Modi in action mode before Lok Sabha Election Results hold Meeting on Cyclone Remal wreaks havoc in Northeast State
PM Narendra Modi: लोकसभा चुनाव के सात चरणों की वोटिंग खत्म होने के बाद अब पीएम मोदी एक्शन मोड में आ गए हैं. प्रधानमंत्री ने रविवार (2, जून) को नई दिल्ली के लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर चक्रवात रेमल के प्रभाव की समीक्षा की. बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को प्रभावित राज्यों पर चक्रवात रेमल के प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई.
दरअसल, पीएम मोदी ने मिजोरम, असम, मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा में भूस्खलन और बाढ़ के कारण जानमाल के नुकसान और घरों व संपत्तियों को हुए नुकसान पर भी चर्चा की. बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार चक्रवात से प्रभावित राज्यों को पूरा सहयोग देना जारी रखेगी.
पीएम मोदी ने दिया निर्देश
पीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्रालय को स्थिति की निगरानी करने और बहाली के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए नियमित रूप से मामले की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि प्रभावित राज्यों की हर संभव मदद की जाएगी.
Chaired meetings to review the situation in the wake of heatwaves and post cyclone flood situations in different parts of the nation. Took stock of the efforts underway to assist those affected by these adversarial conditions. pic.twitter.com/1uDcc4ONX0
— Narendra Modi (@narendramodi) June 2, 2024
पीएम मोदी ने पहले भी लिया था जायजा
इससे पहले भी पीएम मोदी ने चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण पूर्वोत्तर के राज्यों में आई बाढ़ के मद्देनजर मौजूद स्थिति का जायजा लिया और सभी प्रभावित राज्यों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था. प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि केंद्र सरकार प्रभावित राज्यों की स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अधिकारी जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं.
चक्रवात रेमल ने मचाई तबाही
असम में चक्रवात रेमल के प्रभाव के चलते लगातार हुई बारिश के कारण नौ जिलों में दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. बीचे 28 मई से राज्य में बाढ़, बारिश और तूफान की वजह से कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हो गई. वहीं, मेघालय के लमस्लम क्षेत्र में भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-6 का 20 मीटर हिस्सा बह जाने से बराक घाटी के कछार, करीमगंज और हैलाकांडी जिलों का राज्य के अन्य हिस्सों और पूर्वोत्तर क्षेत्र से सड़क संपर्क टूट गया है. इसके अलावा मणिपुर में चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण राज्य में बाढ़ से कुल 1,88,143 लोग प्रभावित हुए हैं.
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