Lok Sabha Elections 2024 Open AI clames israeli company tried influence to disrupt anti bjp agenda
Open AI: लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण के लिए वोटिंग कल शाम पूरी हो जाएगी. जबकि, 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे भी सामने आ जाएंगे. इस बीच एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. जिसमें अमेरिकी कंपनी ओपन एआई ने दावा किया है कि उसने उन खुफिया अभियानों को विफल कर दिया है, जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल का इस्तेमाल कर लोकसभा चुनाव के नतीजे प्रभावित करने की कोशिश की जा रही थी.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ये खुलासा लोकसभा चुनावों के रिजल्ट घोषित होने से ठीक 4 दिन पहले हुआ है. ओपन एआई की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक इजरायली कंपनी ने “भारत पर केंद्रित टिप्पणियां तैयार करना शुरू कर दिया, जिसमें सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी पार्टी की आलोचना की गई और विपक्षी कांग्रेस पार्टी की प्रशंसा की गई. वहीं, “जीरो ज़ेनो” नाम के गुप्त ऑपरेशन में कनाडा, अमेरिका, इजरा/ल और घाना सहित कई क्षेत्रों में जनता की राय को प्रभावित करने के लिए फर्म द्वारा किए गए एक बड़े प्रयास का हिस्सा था.
लोकसभा चुनावों में बाधा डालने की हो रही थी कोशिश
वहीं, रिपोर्ट में पता चला है कि लोकसभा चुनावों पर केन्द्रित गतिविधि की मई में सूचना दी गई थी, और नेटवर्क का संचालन इजरायल की एक राजनीतिक अभियान प्रबंधन फर्म STOIC की ओर से किया जा रहा था. ओपन एआई की रिपोर्ट में ऐसे अभियानों का हवाला दिया गया है जिनमें खुफिया कामों के लिए एआई का इस्तेमाल किया गया था, जिनका उपयोग जनता की राय में हेरफेर करने या राजनीतिक परिणामों को प्रभावित करने के लिए किया गया था.
AI की मदद से चलाया गया बीजेपी विरोधी एजेंडा
इजरायल से संचालित कई अकाउंट का इस्तेमाल खुफिया अभियानों के लिए कंटेंट बनाने और एडिटिंग करने के लिए किया गया था. यह कंटेंट एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वेबसाइट और यूट्यूब पर शेयर किया गया था. रिपोर्ट में कहा गया कि मई की शुरुआत में इस नेटवर्क ने अंग्रेजी भाषा के कंटेंट के साथ भारत में दर्शकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया.
देश के लोकतंत्र के लिए खतरनाक खतरा- राजीव चंद्रशेखर
इंडिया टुडे की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ये बिल्कुल स्पष्ट और प्रत्यक्ष है कि बीजेपी कुछ भारतीय राजनीतिक दलों की ओर से फैलाई जा रही गलत सूचना और विदेशी हस्तक्षेप का निशाना थी. केंद्रीय मंत्री ने इसे देश के लोकतंत्र के लिए “खतरनाक खतरा” बताया है. उन्होंने कहा कि ये साफ है कि भारत और बाहर निहित स्वार्थी तत्व इसके पीछे हैं और इसकी गहन जांच कर पर्दाफाश किए जाने की आवश्यकता है.
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि इस समय मेरा विचार यह है कि इन प्लेटफार्मों को इसे बहुत पहले जारी करना चाहिए था और चुनाव खत्म होने में इतनी देर नहीं करनी चाहिए थी.
ये भी पढ़ें: Monsoon Update: ला नीना देश में लाएगा तबाही! दो महीने जमकर बरसेंगे बादल, जानें क्या कह रहा मौसम विभाग