Varanasi lok sabha seat 40 people filed nomination papers against pm modi of 33 nominations canceled
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें चरण का चुनाव होना बाकी है. इस समय देश की सबसे हॉट सीट वाराणसी बनी हुई है. जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार मैदान में हैं. जबकि, उनके खिलाफ अब 6 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी शामिल हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियां समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अब तक यहां से जीत के लिए तरस रही हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2014 में जब पीएम मोदी ने पहली बार वाराणसी से चुनाव लड़ा और प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल उस चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे थे. जबकि, पीएम मोदी ने उस चुनाव में 3.72 लाख वोटों से जीत हासिल की थी. साल 2019 में जब मोदी ने फिर से सीट से जीत हासिल की तो समाजवादी पार्टी की कैंडिंडेट शालिनी यादव और पीएम मोदी के बीच जीत का अंतर बढ़कर 4.59 लाख वोट हो गया था.
इतनों को मिली चुनाव लड़ने की इजाजत
इस बार बीजेपी से नरेंद्र मोदी, कांग्रेस से अजय राय, बहुजन समाज पार्टी से अतहर जमाल लारी, अपना दल (कमेरावादी) से गगन प्रकाश, राष्ट्रीय समाजवादी जन क्रांति पार्टी से पारस नाथ केशरी, युग तुलसी पार्टी से कोली शेट्टी शिवकुमार और निर्दलीय संजय कुमार तिवारी व दिनेश कुमार यादव मैदान में रह गए हैं. इसके अलावा नामांकन पत्रों की जांच के बाद 41 में से 33 लोगों के नामांकन को रद्द कर दिया गए हैं. इन सभी नामांकन के खारिज होने के बाद अब 8 लोग चुनावी मैदान में हैं.
2024 के चुनाव में वाराणसी से 41 उम्मीदवारों ने किया था नामांकन
वहीं, साल 2014 में वाराणसी लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 41 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे, जिनमें से 19 निर्दलीय थे. जबकि साल 2019 में पीएम के खिलाफ 26 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें से 8 निर्दलीय थे. लेकिन इस बार वाराणसी सीट के लिए 41 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था, जिनमें से 1 ने खुद ही नामांकन वापस ले लिया. बाकी 7 उम्मीदवारों के नामांकन जांच में विफल रहे. वहीं, वाराणसी में मतदान अंतिम चरण में 1 जून को होगा. जबकि, चुनाव परिणाम 4 जून को आएंगे.
1991 से अब तक BJP ने 7 बार जीती वाराणसी लोकसभा सीट
मालूम हो कि वाराणसी लोकसभा सीट साल 1991 से अब तक बीजेपी ने यह सीट 7 बार जीती है, केवल एक बार 2004 में कांग्रेस के राजेश कुमार मिश्रा से हारी थी. जबकि, 2009 में, मोदी के लोकसभा में आने से पहले, इस सीट पर मुरली मनोहर जोशी ने जीत दर्ज की थी. वहीं, इस सीट पर ज्यादातर वोटर हिंदू हैं, जिनमें ब्राह्मण, भूमिहार और जायसवाल शामिल हैं, इसके बाद मुस्लिम और ओबीसी शामिल हैं.
वाराणसी सीट पर चौथी बार उतरे अजय राय
वाराणसी लोकसभा सीट से जहां पीएम नरेंद्र मोदी तीसरी बार बीजेपी के उम्मीदवार हैं, वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है. इसलिए इस सीट से कांग्रेस ने एक बार फिर से अजय राय को मैदान में उतारा है. जबकि, अजय राय वाराणसी लोकसभा सीट से चौथी बार (2009, 2014, 2019 और 2024) चुनाव लड़ रहे हैं. हालांकि, वे तीन बार कांग्रेस से और 2009 में सपा की ओर से उम्मीदवार थे.
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