Ramakrishna Math Ramakrishna Mission president Swami Smaranananda ji Maharaj todays passes away PM Modi says very close relation for years | Swami Smaranananda Passes Away: नहीं रहे रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष स्वामी स्मरणानंद महाराज, पीएम मोदी ने कहा
PM Modi on Swami Smaranananda: रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष श्रीमत स्वामी स्मरणानंद जी महाराज आज मंगलवार (26 मार्च, 2024) की देर रात्रि में ब्रह्मलीन हो गए. कुछ सप्ताह से बीमार चल रहे स्वामी स्मरणानंद का अस्पताल में इलाज चल रहा था. 95 वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष श्रीमत स्वामी स्मरणानंद के निधन पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर श्रद्धांजलि देते हुए उनके साथ पुरानी यादों से जुड़ी फोटो शेयर की हैं.
पीएम मोदी ने लिखा कि रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के श्रद्धेय अध्यक्ष श्रीमत स्वामी स्मरणानंद जी महाराज ने अपना जीवन आध्यात्मिकता और सेवा के लिए समर्पित कर दिया. उन्होंने अनगिनत दिलों और दिमागों पर एक अमिट छाप छोड़ी है. उनकी करुणा और बुद्धिमत्ता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.
पीएम मोदी ने अस्पताल जाकर पूछा था हालचाल
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि सालों से मेरा उनसे बहुत घनिष्ठ संबंध रहा है. मुझे 2020 में बेलूर मठ की अपनी यात्रा याद है जब मैंने उनसे बातचीत की थी. कुछ हफ्ते पहले कोलकाता में भी मैंने अस्पताल जाकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी. मेरी संवेदनाएं बेलूर मठ के अनगिनत भक्तों के साथ हैं. ओम शांति.
Srimat Swami Smaranananda ji Maharaj, the revered President of Ramakrishna Math and Ramakrishna Mission dedicated his life to spirituality and service. He left an indelible mark on countless hearts and minds. His compassion and wisdom will continue to inspire generations.
I had… pic.twitter.com/lK1mYKbKQt
— Narendra Modi (@narendramodi) March 26, 2024
2017 में रामकृष्ण मिशन के बने थे 16वें अध्यक्ष
उधर, आरके मिशन की ओर से भी स्वामी स्मरणानंद जी महाराज के निधन के बाद एक बयान जारी किया गया जिसमें कहा कि वह 2017 में रामकृष्ण मिशन के 16वें अध्यक्ष बने थे. स्वामी जी को कई दिनों से यूरिन संबंधी समस्या हो रही थी जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा था. बयान में कहा कि श्रीमत स्वामी स्मरणानंदजी महाराज ने आज रात 8.14 बजे महासमाधि ले ली. स्वामी जी को यूरिन के संक्रमण की वजह से गत 29 जनवरी को रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में सांस लेने में समस्या आने पर उनको 3 मार्च को वेंटिलेटर पर रखा गया था.