Kailash Vijayvargiya BJP Attack on Congress over Indore Seat Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024ANN
Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी दलों के नेताओं के जुबानी हमले तेज होते जा रहे हैं. बीजेपी नेता और राज्य सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में मीडिया से चर्चा के दौरान कांग्रेस पर तंज कसा. उन्होंने सवाल के लहजे में पूछा कि इंदौर से कांग्रेस के प्रत्याशी कौन हैं? उनको वह नहीं जानते हैं. वहीं, दिग्विजय सिंह और कांतिलाल भूरिया के चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोगों को पकड़ पकड़ कर चुनाव लड़वा रही है.
कैलाश विजयवर्गीय ने आगे कहा कि अगर कांग्रेस को 72 साल के बुजुर्ग नेता दिग्विजय सिंह को चुनाव लड़वाना पड़ रहा है तो आप कांग्रेस की स्थिति समझ सकते हैं. ऐसे ही कांतिलाल भूरिया को झाबुआ से चुनाव मजबूरी में लड़ना पड़ रहा है, क्योंकि वहां कोई उम्मीदवार ही नहीं है.
कांग्रेस के पास उम्मीदवार नहीं- विजयवर्गीय
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस के पास मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों की कमी है और मुझे लगता है कि इस बार कांग्रेस की जमानत जप्त होने वाली है. बता दें कि मध्य प्रदेश के इंदौर में लोकसभा चुनाव में इस बार फिर से बीजेपी ने मौजूदा सांसद शंकर लालवानी पर भरोसा किया गया है और उन्हें ही दोबारा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिला है. शंकर लालवानी के सामने कांग्रेस के युवा नेता अक्षय कांति बम चुनाव लड़ेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि अक्षय कांति बम के लिए यह चुनाव जीतना लोहे के चने चबाने जैसा है.
क्या बीजेपी का गढ़ है इंदौर!
इंदौर को बीजेपी का गढ़ कहा जाता है और पिछले 35 सालों से यहां कांग्रेस हार का मुंह देखती आई है. इसमें प्रकाश चंद सेठी, पंकज संघवी जैसे बड़े नेता भी बीजेपी से हार गए. सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा चल रही है कि आर्थिक रूप से मजबूत स्थिति में होने पर कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को टिकट दिया है. कहा जा रहा है कि ये चुनाव अक्षय कांति बम के लिए करीब 8 से 10 करोड़ रुपए का पड़ने वाला है.
हालांकि ऐसा कहा जा रहा है कि अक्षय को इस बात का फायदा मिलेगा कि इस चुनाव के बहाने करीब 25 लाख लोगों तक अपनी पहुंच बना पाएंगे. उन्होंने विधानसभा चुनाव में भी पार्टी से टिकट मांगा था लेकिन पार्टी ने सिंधी समाज के नेता राजा मंडवानी को टिकट दिया था.
ये भी पढ़ें:
ब्लैक मनी को रोकने सतर्क हुआ आयकर विभाग, मध्य प्रदेश में तैनात किए गए 200 अधिकारी