Police Aske Gonda 2002 Murder Case Accused Absconding For 21 Years Police Asked To Surrender Ann
Gonda News Today: गोंडा जिले में 21 सालों से हत्या के मामले में एक आरोपी फरार चल रहा है. जिसको खिलाफ 82 सीआरपीसी के तहत मोतीगंज थाने की कहोबा चौकी की पुलिस की तरफ से मुनादी कराते हुए आरोपी के घर नोटिस चस्पा की गई है. पुलिस की तरफ से गांव के लोगों के सामने डुगडुगी पिटवाकर के मुनादी कराई गई है और जल्द से जल्द आरोपी को आत्मसमर्पण के लिए कहा गया है. आत्मसमर्पण न करने पर आरोपी के संपत्ति की कुर्की की जाएगी. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई पुलिस टीमों का भी गठन किया गया है. पुलिस टीमों की तरफ से संभावित स्थानों पर छापेमारी भी की जा रही है,
बीते 2002 में बिरवा बभनी ग्राम पंचायत के रहने वाले एक व्यक्ति की षड्यंत्र के तहत हत्या कर दी गई थी. हत्या के मामले में बबलू सिंह उर्फ अखिलेश सिंह को भी आरोपी बनाया गया था और उनके खिलाफ भी हत्या समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही लगातार बबलू सिंह उर्फ अखिलेश सिंह फरार चल रहा है. 21 साल बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
घर वालों को दी गई चेतवानी
कोर्ट की तरफ से दिए गए आदेश के क्रम में मोतीगंज थाना क्षेत्र के कहोबा चौकी इंचार्ज शिव लखन सिंह यादव ने पुलिसकर्मियों के साथ बिरवा बभनी गांव में पहुंचे. उन्होंने बबलू सिंह उर्फ अखिलेश सिंह के घर पर 82 सीआरपीसी के तहत नोटिस दिया. पुलिस के सामने सरेंडर नहीं करने पर आरोपी के संपत्ति की कुर्की की जाएगी. इसकी भी चेतावनी उनके घरवालों को दी गई है.
इस आरोपी के खिलाफ गुजरात में भी टोल प्लाजा के मालिक को गोली मारकर हत्या किए जाने का आरोप लगा था. जिसको गुजरात में ही गुजरात पुलिस की तरफ से पकड़ करके जेल भेजा गया था और जमानत पर बबलू सिंह उर्फ अखिलेश सिंह बाहर चल रहा है. अभी तक अपने आप को कोर्ट में जाकर के सरेंडर नहीं किया है. गुजरात पुलिस की तरफ से भी लगातार बबलू सिंह उर्फ अखिलेश सिंह की तलाश की जा रही है.
पुलिस दे रही दबिश
पूरे मामले को लेकर के क्षेत्राधिकारी सदर शिल्पा वर्मा ने बताया कि मोतीगंज थाना क्षेत्र में एक मुकदमा पंजीकृत हत्या को लेकर के इस मुकदमे में आरोपी है. बबलू सिंह उर्फ अखिलेश सिंह जो फरार चल रहा है, जिसके खिलाफ 82 सीआरपीसी के तहत नोटिस चश्मा करते हुए डुगडुगी पिटवाकर मुनादी कराई गई है. अगर आरोपी इसके बाद भी कोर्ट में सरेंडर नहीं करता है तो आरोपी के संपत्ति की भी कुर्की की जाएगी. पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दे रही है.
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