farmers face trouble in getting their money from bank after selling paddy in Raigarh Chhattisgarh
Raigarh News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में किसानों को अपेक्स बैंक से खुद का पैसा निकालने के लिए हर दिन जद्दोजहद करना पड़ रहा है. यहां पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर किसान सुबह सात बजे से ही लाइन में लग जाते हैं. घंटों खड़े रहने के बजाए किसान अपना प्रतिरुप के तौर पर किसान खुद को कोई समान रख देते है जेसे को कोई हेलमेट को ही रख देता है. यानी उस जगह पर किसान खड़ा है, यह माना जाता है. इस तरह के हालात अपेक्स बैंक में हर दिन निर्मित होती है. गेट से ही इस तरह थैला और अन्य सामानों को रखकर अपना स्थान सुरक्षित किसान करके रखते हैं. अपेक्स बैंक में राशि रखने की लिमिट तय होने के कारण किसानों को परेशानी हो रही है.
रायगढ़ अपेक्स बैंक में रायगढ़ ब्लॉक के करीब 14 हजार किसानों का खाता है. इस खाते में अभी दो साल का बोनस समेत धान बिक्री की राशि जमा हो रही है. किसानों को जरुरत के मुताबिक राशि निकालने के लिए इस बैंक में आना पड़ रहा है. कई किसानों को एटीएम भी जारी हो चुका है, लेकिन अधिकांश किसान इससे वंचित हैं. इसके कारण लाइन लगाकर राशि निकालने की मजबूरी है.
बैंक में हर दिन अभी भीड़ लग रही है. इसके कारण यहां पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर काम हो रहा है. इसके लिए किसान सुबह से ही लाइन में लग जाते हैं. गुरुवार (15 फरवरी) को सुबह 7 बजे ऐसे ही नजारा देखने को मिला. यहां दर्जन भर से अधिक गमछा, थैला और कुछ चप्पल भी रखा हुआ था. किसानों से इसके बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि जल्दी नहीं आने से राशि खत्म हो जाती है और बिना पैसे लिए लौटना पड़ता है. इसके कारण सुबह से ही लाइन लगाना पड़ता है.
किसानों को हो रही दिक्कत
सुबह से लाइन लगाओ या 10 बजे बैंक का समय तो तय है. वह तय समय में ही खुलेगा, लेकिन देरी से आने पर रुपए मिलने की गारंटी नहीं रहती है. इसी वजह से ही किसानों को सुबह से ही लाइन लगाने की जरुरत होती है. किसानों ने बताया कि बैंक खुलने तक काफी संख्या में किसान पहुंच जाते हैं. ऐसे में जो सामने रहता है उसे तो पैसा मिल जाता है, लेकिन जो बाद में आता है उसे मिलने की गारंटी नहीं होती है. इसके कारण किसानों को दिक्कत हो रही है.
14 हजार के आसपास किसान पंजीकृत
अपेक्स बैंक में रायगढ़ ब्लॉक के करीब 14 हजार किसान पंजीकृत है. इन किसानों का यहां धान बिक्री और बोनस की राशि जमा हुआ है. इसी राशि को निकालने के लिए हर दिन किसानों की भीड़ लग रही है. हालांकि यह भीड़ केवल सीजन तक ही है. इसके बाद खाली हो जाता है, लेकिन अभी रबी सीजन का खेती किसानी चालू हो गया है. साथ खरीफ सीजन में खर्च हुआ है. इन सबको मैनेज करने के लिए राशि की जरूरत है जिसे निकालने हर दिन किसानों को काफी जद्दोजहद करना पड़ रहा है.
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