Shiv Sena MLA Aaditya Thackeray want Bharat Ratna for Balasaheb Thackeray
Maharashtra News: मोदी सरकार साल 2024 में पांच हस्तियों को भारत रत्न देने का ऐलान कर चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक्स पर पोस्ट करके पांच हस्तियों को भारत रत्न देने का एलान किया था. लोकसभा चुनाव के ठीक पहले केंद्र के इस फैसले पर सियासी घमासान शुरू हो गया. कई नेताओं ने इसका विरोध किया तो कईयों ने इसका स्वागत किया. तो वहीं अब शिवसेना बालासाहेब ठाकरे को भारत रत्न देने को लेकर मांग कर रही है. शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम लोग चाहते हैं केंद्र सरकार बालासाहेब ठाकरे को भारत रत्न दे.
शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहते हैं, ”हां हम बालासाहेब ठाकरे के लिए भारत रत्न चाहते हैं.” इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, ”बीजेपी दोस्ती और योगदान भूल गई है, अन्यथा वे हमारे पार्टी, उद्धव ठाकरे के साथ ऐसा व्यवहार नहीं कर रहे होते.” दरअसल मोदी सरकार की तरफ से जब से पांच हस्तियों को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया है तब से ही देश के कई राजनीतिक पार्टियों ने अपने अपने नेताओं को भारत रत्न देने की मांग कर रही हैं. तो वहीं आज यानी रविवार (11 फरवरी) को समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न देने को लेकर पोस्टर लगाया गया. मुलायम सिंह यादव को भारत रत्न दिए जाने की मांग जोरों से की जा रही है और अब शिवसेना के विधायक आदित्य ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे को भारत रत्न देने की मांग की है.
#WATCH | Maharashtra: Shiv Sena (UBT) MLA Aaditya Thackeray says, “Yes we want (Bharat Ratna for Balasaheb Thackeray). BJP has forgotten friendship and contribution otherwise they would not have been behaving like this with our party, Uddhav Thackeray…” pic.twitter.com/4AVeZi0Wxo
— ANI (@ANI) February 11, 2024
किसे दिया जाता है भारत रत्न?
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है. भारत रत्न किसे दिया जाना चाहिए, इसकी कोई योग्यता या खास परिभाषा तय नहीं की गई है. हालांकि ये माना जाता है कि देश के लिए सेवा करने में असाधारण योगदान देने वाले खास लोगों भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है.
भारत रत्न किसी औपचारिक नामांकन प्रक्रिया के अधीन नहीं है. देश के प्रधानमंत्री किसी भी व्यक्ति को नामित कर सकते हैं. मंत्रिमंडल के सदस्य, राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी प्रधानमंत्री को अपनी सिफारिशें भेज सकते हैं. इन सिफारिशों पर प्रधानमंत्री की मुहर लगने के बाद राष्ट्रपति को अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाता है.
बालासाहेब कौन थे?
देश के चर्चित नेताओं में शुमार रहे बाला साहब ठाकरे का जन्म 23 जनवरी 1926 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था, जबकि 17 नवंबर 2012 को उन्होंने मुंबई में आखिरी सांस ली.बालासाहेब केशव ठाकरे भारत के महाराष्ट्र प्रदेश के प्रसिद्ध राजनेता थे जिन्होने शिव सेना के नाम से एक प्रखर हिन्दू राष्ट्रवादी दल का गठन किया. वे हिंदू हृदय सम्राट के नाम से जाने जाते थे. उनके प्रशंसक उन्हें शिवाजी का पुनर्जन्म कहते थे. उन्हें लोग प्यार से बालासाहेब भी कहते थे. वे मराठी में सामना नामक अखबार निकालते थे. इस अखबार में उन्होंने अपनी मृत्यु से कुछ दिन पूर्व अपने संपादकीय में लिखा था-“आजकल मेरी हालत चिंताजनक है किन्तु मेरे देश की हालत मुझसे अधिक चिंताजनक है; ऐसे में भला मैं चुप कैसे बैठ सकता हूँ?”
आदित्य ठाकरे का बीजेपी पर गंभीर आरोप
शिवसेना (यूबीटी) (Shiv Sena UBT) के नेता और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बेटे आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) एक बार फिर केंद्र की पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने बीजेपी गंभीर आरोप लगाए हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने सबसे पहले बाबासाहेब को भारत रत्न दिए जाने की मांग की. फिर उन्होंने बीजेपी पर जोरदार निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी रिश्ता भूल गई है. अगर बीजेपी रिश्ता नहीं भूली होती तो वो हमारी पार्टी और उद्धव ठाकरे के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करती.