INDIA Alliance Split New Tussle In Uttar Pradesh Akhilesh Yadav and Jayant Chaudhary Samajwadi Party RLD Mamata Banerjee AAP
New Tussle In I.N.D.I.A. Alliance: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. इस बीच देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की राजनीति में इंडिया गुट एक नए सियासी बवंडर का सामना कर रहा है. पश्चिमी यूपी के क्षत्रप राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के चीफ जयंत चौधरी के बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने की अटकलों ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस की पेशानी पर बल ला दिए हैं.
यूपी में सीट शेयरिंग को लेकर जयंत चौधरी के अखिलेश यादव से नाराज होने की अटकलें सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोर रही हैं. इससे पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने महागठबंधन से किनारा करते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया था. वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी भी राज्य में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं. इस तरह देखा जाए तो इंडिया गुट में अब 28 की जगह 25 दल ही बचे हैं.
किन राज्यों में फंसा सीटों का पेच?
इंडिया गठबंधन की कई बैठकें हो चुकी हैं. इसके बावजूद सीटों को लेकर अभी तक सभी दलों में एक राय नहीं बन पाई है. कुछ दिनों पहले सपा नेता अखिलेश यादव ने कांग्रेस को 11 लोकसभा सीटें देने का ऐलान कर दिया. कुछ ही देर में कांग्रेस की ओर से बयान आया कि इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है, जब होगा तो बताया जाएगा. माना जा रहा है कि यूपी कांग्रेस के नेता 20 सीट से ज्यादा की मांग कर रहे हैं.
ऐसा ही पेच पंजाब में भी फंसा हुआ है. यहां आम आदमी पार्टी अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए हैं. पंजाब के सीएम भगवंत मान ने इशारों-इशारों में पंजाब की 13 सीटों पर अकेले उतरने का ऐलान कर दिया था. इसी तर्ज पर पश्चिम बंगाल में टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी भी 42 सीटों पर ‘एकला चलो’ की सियासी रणनीति अपना रही हैं. वहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी 7 लोकसभा सीटों में से 4 पर अपना दावा कर रही है.
‘INDIA’ में कितनी सीटों की उलझन?
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इंडिया गठबंधन को 250 सीटों पर माथापच्ची करनी पड़ रही है. इनमें पश्चिम बंगाल की 42, महाराष्ट्र की 48, उत्तर प्रदेश की 80, बिहार की 40, केरल की 20, दिल्ली की 7 और पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर उलझन बनी हुई है.
विपक्षी गठबंधन को लेकर हैं क्या संभावनाएं?
वर्तमान सियासी हालातों के हवाले से देखा जाए तो आम आदमी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर सकती है. महाराष्ट्र में पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह छिन जाने से शरद पवार कमजोर हो सकते हैं. केरल के वायनाड से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने पर सीपीआई खिलाफ हो सकती है. वहीं, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे में जारी खींचतान शिवसेना यूबीटी को भी एनडीए में जाने के लिए प्रेरित कर सकती है.
क्या है इंडिया गुट की दिक्कतें?
इंडिया गठबंधन में अभी तक पीएम पद के लिए किसी का नाम तय नहीं है. इसे लेकर किसकी दावेदारी होगी, इस पर सभी ने चुप्पी साध रखी है. इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव को लेकर कैसे आगे बढ़ेगा, फिलहाल इसका कोई रोडमैप नहीं है. गठबंधन के संयोजक का नाम भी अभी तक तय नहीं हो पाया है. साझा प्रचार की रणनीति और राज्यों में सीट शेयरिंग फाइनल नहीं हो सकी है.
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