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Rajsamand Lok Sabha Seat 2024: राजसमंद लोकसभा सीट पर बीजेपी दो बार से लगातार राजपूत कैंडिडेट उतार रही है. दोनों बार बड़े वोटों के अंतर से बीजेपी को जीत मिली है. मगर, इस सीट पर सबसे ज्यादा वोटर्स ओबीसी है. फिर भी यहां पर बीजेपी राजपूत कैंडिडेट उतार देती है. इस बार विधानसभा चुनाव में इसका असर दिखा है.
राजसमंद लोकसभा सीट में आने वाली आठों विधानसभा सीटों पर बीजेपी की बड़ी जीत हुई है. जिसमें अजमेर, नागौर, पाली और राजसमंद की कुल आठ सीटें आती हैं. चूंकि, इस बार यहां पर ओबीसी वोटर्स को लेकर एक चर्चा चल यही है. वहीं ओबीसी वोटर्स पर पार्टी यहां असमंजस में हैं. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी भी यहां से ओबीसी का कार्ड खेल सकती है. यहां से किसी रावत समाज के कैंडिडेट को टिकट दे सकती है.
ये हैं विधानसभा की सीटें
अजमेर जिले की ब्यावर विधानसभा सीट से बीजेपी के शंकर सिंह रावत, नागौर जिले की मेड़ता से बीजेपी के लक्ष्मणराम मेघवाल, डेगाना सीट से बीजेपी के अजय सिंह किल्क, पाली जिले की जैतारण सीट से बीजेपी के अविनाश गहलोत, राजसमंद जिले की भीम से बीजेपी के हरिसिंह रावत, कुंभलगढ़ सीट से बीजेपी के सुरेंद्र सिंह राठौड़, राजसमंद सीट से बीजेपी की दीप्ति माहेश्वरी, नाथद्वारा सीट से बीजेपी के विश्वराज सिंह मेवाड़ को जीत मिली है.
क्या कहते हैं जानकार
चुनाव विश्लेषक भंवर सिंह रेटा का कहना है कि जातीय आधार पर सीट देना अलग है. आरक्षण के हिसाब से ओबीसी में 91 जातियां आती हैं. जिसमें कई जातियां ऐसी हैं जिन्हें भी हक नहीं मिला है. बीजेपी राजसमंद लोकसभा सीट के प्रभारी वीरेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि यहां बीजेपी जाति विशेष नहीं बल्कि सभी के लिए काम करती है.
जातिगत वोटर्स की संख्या
इस सीट पर कुल 18,63,749 मतदाता है. पिछली बार 12,39,845 मतदान हुआ था. 551,916 के अंतर् से बीजेपी की दिया कुमारी को जीत मिली थी. यहां पर ओबीसी वोटर्स के तौर पर रावत 3.5, जाट 2.5, कुमावत 1.5 और एमबीसी में गुर्जर 50 हजार, मुस्लिम 2 लाख, एससी 2.5 मतदाता है. राजपूत वोटर्स भी डेढ़ लाख के करीब हैं.
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