Ayodhya Ram Mandir Inauguration Celebration Of Lord Arrival In More Than 100 Years Old Ram Temple Of Kota Ann
Ram Mandir Opening: देश-दुनिया भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में अपनी भागीदारी निभाने को आतुर है. हर क्षेत्र अपने आप में कहीं न कहीं इस आयोजन से जुड़ा हुआ है. कोटा का श्रीराम मंदिर भी इससे अछूता नहीं है. यह मंदिर कोटा (Kota) संभाग का एकमात्र श्रीराम मंदिर है, जो कोटा ही नहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के कारसेवकों का गवाह रहा है. कारसेवक यहीं आकर ठहरते थे और यहीं उनकी सभी व्यवस्थाएं की जाती थीं.
मंदिर के महामंत्री परमानंद शर्मा बताते हैं कि इस मंदिर से कारसेवकों का जुडाव रहा है. यहां सैकड़ों की संख्या में कारसेवक आते थे. विश्राम करते थे. मंदिर समिति द्वारा उनके भोजन और ठहरने की निशुल्क व्यवस्था की जाती थी. इस मंदिर को बने हुए 100 साल हो गए हैं. मंदिर के लिए 24 मार्च 1923 को जमीन खरीदी गई थी. अगले दिन मंदिर निर्माण का शिलान्यास हो गया. इसके बाद साल 1924 को मंदिर में भगवान राम के दरबार की प्रतिष्ठा की गई. कोटा के श्रीराम मंदिर पर कुछ दिनों से भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है.
कोटा के राम मंदिर में 57 कारसेवकों का किया जाएगा सम्मान
हर कोई भगवान श्रीराम के दर्शन के साथ ही यहां की भव्यता देखने आ रहा है. मंदिर समिति के अर्जुन चंदेल ने बताया कि 21 जनवरी को यहां 57 कारसेवकों का सम्मान किया जाएगा. 22 जनवरी को सुबह से ही कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. सुबह बड़ी एलईडी लगाई जाएगी. 12:30 बजे महाआरती होगी. शाम को हनुमान चालीसा का पाठ होगा और दो क्विंटल पुड़ी बनाकर प्रसाद वितरित किया जाएगा. कोटा के स्टेशन क्षेत्र की हर गली में विद्युत सज्जा की गई है. स्टेशन बाजार में प्रवेश करते ही पूरा क्षेत्र जगमग दिखाई दे रहा है. स्टेशन क्षेत्र की मस्जिद की गली को भी पहली बार सजाया गया है.
कोटा राम मंदिर प्रबंध समिति की ओर से पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे बाजार को ही सजा दिया गया है. राम मंदिर की गली में प्रवेश करते ही वहां भगवा विद्युत सज्जा की गई है. मंदिर में प्रवेश करते ही मनोरम दृश्य देखने को मिल रहा है. भगवान की प्रतिमाओं को भी आकर्षक परिधान पहनाया गया है. पूरा मंदिर परिसर अंदर से बेहद ही खूबसूरत लग रहा है. इसके साथ ही व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्टेशन क्षेत्र के अन्य मंदिर और स्वागत द्वार भी आकर्षण का केंद्र हैं.
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