Moradabad 217 Workers Heading To Israel For Jobs Amid War Crowd In Deputy Labor Commissioner Office ANN
UP News: मुरादाबाद के उप श्रम आयुक्त कार्यालय में चहल पहल बढ़ गई है. नौकरी के लिए इजराइल जाने वाले श्रमिकों की कतार लगी हुई है. रोजाना श्रमिक पासपोर्ट और दस्तावेज लेकर श्रम विभाग के दफ्तर में पंजीकरण करा रहे हैं. ट्रेड यूनियनों ने श्रमिकों को युद्धग्रस्त देश इजराइल भेजे जाने के फैसले पर आपत्ति जताई है. उन्होंने आरोप लगाया कि श्रमिकों की सुरक्षा के नियमों को दरकिनार कर केंद्र सरकार इजराइल भेज रही है. श्रम विभाग के अधिकारियों ने फैसले का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विदेश जाने वाले श्रमिकों की सुरक्षा के सभी प्रावधानों का ध्यान रखेगी.
इजराइल जानेवाले श्रमिकों का लिया जा रहा आवेदन
श्रम विभाग के दफ्तर में आवेदकों का पंजीकरण हो रहा है. इजराइल जाने के इच्छुक श्रमिकों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदियनाथ पर भरोसा जताया है. उन्होंने कहा कि मौत तो कहीं भी आ सकती है. गुरबत में जीने से अच्छा है इजराइल जाकर काम करना. इजराइल सरकार हमारी जान की सुरक्षा करेगी. श्रमिकों में इजराइल जाने का जोश जबरदस्त है. पंजीकरण कराने पहुंचे राज मिस्त्री सोनाक सिंह सैनी, बेलदार मजदूर शिव कुमार, धर्मवीर और जीशान ने जल्द से जल्द इजराइल भेजे जाने की इच्छा जताई.
श्रम विभाग के दफ्तर में जमा हो रहे पासपर्ट, दस्तावेज
उन्होंने कहा कि इजराइल में नौकरी कर परिवार को पैसे भेज सकेंगे. नौकरी के लिए भेजनेवाले एजेंटों की धोखाधड़ी का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि लाखों रुपये खर्च कर दो लोग विदेश से वापस देश लौट आये. श्रमिकों को उम्मीद है कि केंद्र सरकार के भेजने से भविष्य उज्जवल हो सकता है. युद्धग्रस्त देश में नौकरी के लिए जाने और सुरक्षा की चिंता के सवाल का भी उन्होंने जवाब दिया. श्रमिकों ने कहा कि मौत तो कहीं भी आ सकती है. देश में परिवार को पालना मुश्किल हो रहा है.
श्रमिकों का पीएम मोदी और सीएम योगी पर है भरोसा
मजदूरी बहुत कम मिलती है. इजराइल जाने पर हर महीने एक डेढ़ लाख रुपए परिवार को भेज सकेंगे. विदेश से रकम आने पर परिवार खुशहाल हो जाएगा. श्रमिकों को पीएम मोदी और सीएम योगी पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि नौकरी के लिए बुलाने पर सुरक्षा की जिम्मेदारी इजराइल और भारत सरकार की होगी. श्रम प्रवर्तन अधिकारी ए के पांडेय का कहना है कि इजराइल जाने के लिए अब तक 217 श्रमिकों ने आवेदन किया है. पंजीकरण की अभी प्रक्रिया जारी है.
श्रमिकों का लखनऊ में स्किल टेस्ट लिया जाएगा. टेस्ट में पास होनेवालों को इजराइल जाने का मौका मिलेगा. इजराइल ने भारत की सरकार से श्रमिकों की मांग की है. नौकरी के लिए श्रमिकों की चार श्रेणियां बनाई गई हैं. राज मिस्त्री, पत्थर टाइल लगाने वाले, वेल्डिंग वाले और मजदूरों से आवेदन ऑनलाइन लिया जा रहा है. श्रमिकों की सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि इजराइल जानेवाले भारतीय नागरिकों का बीमा भारत सरकार करेगी.