Bhim Army Chief Chandrashekhar Azad Threat To Rambhadracharya On Caste Remarks Know Rambhadracharya Controversy
Rambhadracharya Video Controversy: भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद फिर से सुर्खियों में हैं. इस बार उनके निशाने पर कथावाचक और धर्म गुरु रामभद्राचार्य हैं. उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह जल्द से जल्द रामभद्राचार्य पर एक्शन ले. संत को जेल में डाला जाए नहीं तो उनकी पार्टी (भीम आर्मी) मौका मिलते ही उनकी ‘सेवा’ (पिटाई के संदर्भ में) कर देगी. आइए, जानते हैं कि यह पूरा विवाद क्या है और वह कहां से शुरू हुआ:
यह बवाल रामभद्राचार्य की एक कथा के कार्यक्रम के बाद मचा था. उन्होंने उस दौरान भगवान राम को पूजने की बात कही थी. उन्होंने तब एक जाति का जिक्र करते हुए कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. कथा में उनके बयान का वीडियो जब बाद में सोशल मीडिया पर आया तो वह आग की तरह फैल गया. क्लिप के वायरल होने के बाद उक्त जाति के लोगों में खासा नाराजगी देखने को मिली. सोशल मीडिया पर रामभद्राचार्य को अरेस्ट करने की मांग के साथ हैशटैग ट्रेंड (#ArrestRambhadracharya) भी हुआ.
Bhim Army Chief ने संत को बताया ‘पाखंडी’
आजाद ने आचार्य की टिप्पणी को लेकर माइक्रो ब्लॉगिंग मंच एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया, “यह जातीय कुंठा से ग्रसित एक पाखंडी है, जो संत के वस्त्र पहन कर भी जातिगत गाली-गलौज और जातीय ऊंच-नीच की बातें करता रहता है. इसके बयान तमाम मेहनतकश एससी, एसटी, ओबीसी वर्गों व जातियों के साथ हमारे महापुरुषों का भी अपमान है. इसे यह बहुजन समाज बर्दाश्त नहीं करेगा. व्यक्ति कर्म से बड़ा होता है, जाति से नहीं. जाति के आधार पर ऊंच-नीच की बात करने वाला खुद महानीच होता है.”
ये जातीय कुंठा से ग्रसित एक पाखंडी है, जो सन्त के वस्त्र पहन कर भी जातिगत गाली-गलौच और जातीय ऊंच-नीच की बातें करता रहता है!
इसके बयान तमाम मेहनतकश एससी, एसटी, ओबीसी वर्गों व जातियों, और हमारे महापुरुषों का भी अपमान है जिसे ये बहुजन समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। व्यक्ति कर्म से… pic.twitter.com/BQBR89RnWx
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) January 10, 2024
”हम चमड़ी उतारना भी जानते हैं”, यूं बिगड़े चंद्रशेखर
चंद्रशेखर ने आगे तल्ख तेवर में लिखा, “सुन पाखंडी, यह अभद्रता करना बंद कर दे वरना हम चमड़ी उतारना भी जानते हैं, उसकी जूती बनाना भी जानते हैं और वक्त पड़ने पर जूती से सेवा करना भी जानते हैं. इस ठंड में भी हमारी सेवाएं उपलब्ध हैं. गर्मी आ जाएगी और जातीय श्रेष्ठता का भूत उतर जाएगा. सरकार को चेतावनी है…या तो इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके तत्काल जेल में डालो वरना भीम आर्मी मौका मिलते ही इनकी ‘सेवा’ कर देगी.”
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