Actor Politician DMDK Founder Vijayakanth Passes Away In Chennai Covid 19 His Journey From Actor To Politician
Captain Vijayakanth Death News: अभिनेता से नेता बने कैप्टन विजयकांत का गुरुवार (28 दिसंबर) को निधन हो गया. वह कोरोना से संक्रमित थे. विजयकांत ने अपने लंबे पब्लिक लाइफ में कई भूमिकाएं निभाईं. दिलकश स्टंट दिखाते हुए अकेले खलनायकों की भीड़ से मुकाबला करने वाले हीरो से लेकर बड़ी राजनीति के मैदान में कई धुरंधरों को मात देकर राजनीतिक पंडितों को चौंकाने जैसे कई कारनामे उनके नाम दर्ज हैं.
आज लोग उनकी हर उपलब्धि को याद कर रहे हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने DMDK चीफ कैप्टन विजयकांत के निधन पर शोक जताया है. इसके अलावा राजनीति के कई और बड़े नाम लगातार दुख जता रहे हैं. यहां हम आपको बता रहे हैं उनसे जुड़े पांच दिलचस्प तथ्य. इनके बारे में शायद ही आपने सुना होगा.
ये हैं पांच रोचक तथ्य
1. विजयकांत का जन्म 1952 में मदुरै में हुआ था. इनका नाम नारायणन विजयराज अलगरस्वामी था. अपने अभिनय करियर के दौरान उन्होंने अपने नाम से ‘राज’ हटा दिया और कांत जोड़ लिया. जहां तक बात नाम के आगे ‘कैप्टन’ लगाने की है तो, यह 1991 की फिल्म कैप्टन प्रभाकरन में उनके चरित्र से आया है. जिसमें उन्होंने एक वन अधिकारी की भूमिका निभाई थी. 1990 में उन्होंने प्रेमलता से शादी की, जो उनकी राजनीतिक यात्रा में सहयोग करती रहीं.
2. 2005 में विजयकांत ने द्रमुक और अन्नाद्रमुक के प्रभुत्व वाले तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य में देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) नाम के पार्टी की स्थापना की. 2006 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की पहली चुनावी परीक्षा में केवल विजयकांत ही विजेता बने. अकेली जीत के बावजूद डीएमडीके राज्य की राजनीति में भूचाल लाने में कामयाब रही.
3. 2011 का राज्य चुनाव डीएमडीके का सबसे अच्छा चुनाव साबित हुआ. उस साल विजयकांत ने एआईएडीएमके के साथ गठबंधन किया था और 41 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. पार्टी ने 41 में से 29 सीटों पर जीत हासिल की. यह संख्या उस समय द्रमुक की की सीटों से ज्यादा थी. विजयकांत विपक्ष के नेता बने और 2016 तक इस पद पर बने रहे.
4. अगला चुनाव विजयकांत और डीएमडीके के लिए निराशाजनक रहा. 2016 के चुनाव में कई वरिष्ठ नेता चुनाव तो हारे ही, वे अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए. डीएमडीके 2019 के लोकसभा चुनावों में भी असफल साबित हुए. उन्होंने भाजपा और अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था. पिछले कुछ वर्षों से विजयकांत बीमार थे और कम प्रोफ़ाइल में रहते थे. उनकी पत्नी प्रेमलता पार्टी का कामकाज संभाल रही थीं.
5. एक अभिनेता और राजनेता के रूप में अपने करियर के अलावा विजयकांत ने एक इंजीनियरिंग कॉलेज की भी स्थापना की और कैप्टन टीवी नामक एक टेलीविजन चैनल भी शुरू किया. उन्होंने साउथ इंडियन फिल्म आर्टिस्ट असोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है.
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