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Michaung Cyclone Effects Many Flights Canceled At Varanasi Airport Due To Michaung Cyclone Ann


Michaung Cyclone: दक्षिण भारत में आए मिचौंग तूफान का असर वाराणसी में भी दिखाई दे रहा है. वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रोजाना 58-60 हवाई जहाज देश और विदेश के लिए उड़ान भरते हैं, लेकिन तूफान की वजह से बीते 5 से 6 दिनों में तकरीबन 60 से अधिक उड़ाने अलग-अलग जगह के लिए कैंसिल हों चुकी हैं. इसके चलते 40 हजार से अधिक यात्रियों का सफर पूरी तरह प्रभावित हुआ है और उन्हें काफी मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा है.

 

वाराणसी के एयरपोर्ट से जो फ्लाइट निरस्त हुई हैं, इनमें से ज्यादातर वाराणसी से विशेष तौर पर दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई और बेंगलुरु के लिए जाने वाले घरेलू विमान शामिल हैं. दक्षिण भारत में आए तूफान की वजह से इन्हें रद्द करना पड़ा है. वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फ्लाइट कैंसिल को लेकर एयरपोर्ट डायरेक्टर पुनीत गुप्ता ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि निश्चित तौर पर बीते 5 से 6 दिनों में वाराणसी एयरपोर्ट पर आने जाने वाले विमान प्रभावित हुए हैं. इसकी प्रमुख वजह दक्षिण भारत में आए मिचौंग तूफान और उत्तर भारत में घना कोहरा और धुंध हैं.

 

खराब मौसम का उड़ानों पर असर

वाराणसी से दक्षिण भारत में हैदराबाद, चेन्नई आने जाने वाली उड़ान कैंसिल हुई हैं. इसके अलावा दिल्ली और वाराणसी के बीच आने-जाने वाली फ्लाइट कोहरे की वजह से कैंसिल हुई. इनकी संख्या बीते 5 से 6 दिनों में 60 है. उन्होंने कहा कि हम आने वाले समय में उम्मीद कर रहे हैं कि मौसम से राहत और प्राकृतिक आपदा नियंत्रित होने पर निर्धारित संख्या में वाराणसी एयरपोर्ट से विमानों का आवागमन होगा.

 

यात्रियों को हो रही है खासी परेशानी

दक्षिण भारत में आए मिचौंग तूफान और उत्तर भारत के घने कोहरे की वजह से 40 हजार से अधिक यात्रियों का सफर प्रभावित हुआ है. अपने गंतव्य पर सही समय से न पहुंच पाने की वजह से यात्री काफी परेशान दिखाई दिए.

 

विजिबिलिटी कम होने, तूफान व बारिश की वजह से कैंसिल हो रही फ्लाइट ने वाराणसी आने जाने वाले यात्रियों का सफर बीते 5 -6 दिनों से प्रभावित किया है. जिसके बाद बहुत से यात्री ट्रेन के माध्यम से अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं. इसके अलावा बहुत से यात्री अभी भी स्थिति सामान्य होने के इंतजार में अगले फ्लाइट से पहुंचने को ही प्राथमिकता दे रहे हैं .

 



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