News

Woman Should Be Made The President Of WFI, Wrestlers Put Forward 5 Demands; 10 Big Points – WFI का अध्यक्ष किसी महिला को बनाएं : प्रदर्शनकारी पहलवानों ने सरकार के सामने रखीं 5 मांगें


नई दिल्ली:
आंदोलन कर रहे पहलवानों और केंद्र सरकार के बीच जारी गतिरोध के बीच खिलाड़ियों और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के बीच बुधवार को एक बैठक हुई. पहलवानों ने अपनी पांच मांग केंद्र सरकार के सामने रखी है. जिसमें उनकी सबसे अहम मांग है कि भारत के कुश्ती महासंघ का प्रमुख किसी महिला को बनाया जाए.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने बुधवार को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ उनके घर पर बातचीत की. देर रात अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर सार्वजनिक तौर पर पहलवानों को बातचीत के लिए बुलाया था.

  2. पांच दिनों में पहलवानों और सरकार के बीच यह दूसरी बैठक थी. सात महिला पहलवानों की तरफ से कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद. पहले शनिवार को पहलवानों की अमित शाह के साथ बैठक हुई थी वहीं अब बुधवार को उनकी अनुराग ठाकुर के साथ बैठक हुई है.

  3. पहलवानों ने मंत्री के सामने 5 मांगें रखी है. जिनमें भारतीय कुश्ती महासंघ के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और एक महिला प्रमुख की नियुक्ति की मांग भी शामिल है. साथ ही यह भी कहा गया है कि बृजभूषण सिंह या उनके परिवार के सदस्य डब्ल्यूएफआई का हिस्सा नहीं हो सकते हैं.

  4. पहलवान यह भी चाहते हैं कि जिस दिन भारत के नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया था. उस दिन  उनके विरोध को लेकर उनके खिलाफ दर्ज किया गया केस वापस लिया जाए. साथ ही पहलवानों ने बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को भी दोहराया है.

  5. इस आंदोलन की एक प्रमुख चेहरा रही विनेश फोगट बैठक में शामिल नहीं हुईं. क्योंकि वो हरियाणा में अपने गांव बलाली में एक पूर्व-निर्धारित ‘पंचायत’ में भाग लेने के लिए पहुंची हुईं हैं.

  6. अनुराग ठाकुर ने कल रात 12 बजकर 47 मिनट पर पहलवानों के साथ गतिरोध खत्म करने के प्रयास में ट्वीट किया था, ”सरकार पहलवानों से उनके मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है. मैंने एक बार फिर पहलवानों को इसके लिए आमंत्रित किया है.” 

  7. पहलवानों, जिन्होंने जनवरी में बृजभूषण सिंह के खिलाफ अपना अभियान शुरू किया था जिसके बाद उन्हें जांच का आश्वासन दिया गया था, ने 23 अप्रैल को जंतर मंतर पर अपना विरोध फिर से शुरू कर दिया था. जिसमें दावा किया गया था कि कम उम्र की लड़कियों को सिंह द्वारा परेशान किया गया था और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई थी.

  8.  28 मई को पहलवानों को विरोध स्थल से हटा दिया गया और बिना अनुमति के नए संसद भवन की ओर मार्च शुरू करने के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया गया था.

  9. समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के अनुसार  सरकार उनकी अधिकांश मांगों को मानने को तैयार है, लेकिन सिंह की गिरफ्तारी को लेकर दोनों ही पक्षों के बीच टकराव बना हुआ है. गौरतलब है कि बृजभूषण सिंह भाजपा सांसद भी हैं.

  10. पहलवानों ने भी पिछले सप्ताह उत्तर रेलवे के साथ अपनी ड्यूटी फिर से शुरू कर दी है.  पुनिया और मलिक भारतीय रेलवे के कर्मचारी हैं.



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *