| Delhi Congress Rally:
Congress Pratigya Rally: आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने आज सोमवार को उत्तरी-पूर्वी संसदीय क्षेत्र के मुस्तफाबाद इलाके में ‘जवाब दो-हिसाब दो’ अभियान के तहत की जा रही रैलियों की श्रृंखला में तीसरी प्रतिज्ञा रैली का आयोजन किया था. जिसमें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की तरफ से न केवल केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोला गया, बल्कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर भी कांग्रेस पार्टी ने आक्रामक रुख बनाए रखा. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली की अगुवाई में आयोजित की गई इस रैली में उनके साथ पूर्व अध्यक्ष सुभाष चौपड़ा समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक मुकेश शर्मा, हारून यूसुफ और अन्य मौजूद रहे.
पहुंचा कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं का हुजूम
इस रैली में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन के सामने इकट्ठे हुए, जहां से दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली की अगुवाई में आयोजित सार्वजनिक बैठकों में शामिल होने के लिए रवाना हुए. यह रैली जनता कॉलोनी, जाफराबाद मेट्रो स्टेशन, मौजपुर चौक, विजय पार्क और गोकुलपुरी से होते हुए आगे बढ़ी और बाद में गोकुलपुरी से रैली भजनपुरा, खजूरी चौक और वजीराबाद रोड से करावल नगर रोड होते हुए अंत में मुस्तफाबाद में संजय चौक स्थित मुख्य सभा स्थल तक पहुंची.
सभी सात क्षेत्रों में आयोजित होगी प्रतिज्ञा रैली
दिल्ली कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए शुरू किए गए अपने अभियान के तहत 15 अक्टूबर को पहली ‘प्रतिज्ञा’ रैली की थी. इसकी शुरुआत बवाना से हुई थी, जिसके बाद तिलक नगर और अब मुस्तफाबाद में तीसरी प्रतिज्ञा रैली का आयोजन किया गया. इस प्रतिज्ञा रैली को लेकर लवली ने कहा कि यह रैली आने वाले दिनों में राष्ट्रीय राजधानी के सभी सात संसदीय क्षेत्रों को कवर करेगी.
भाजपा और आप को लिया आड़े-हाथों
रैली में लोगों को संबोधित करते हुए दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने जहां एक तरफ भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि केन्द्र की जन विरोधी और गरीब विरोधी नीतियों के कारण महंगाई और बेरोजगारी का दंश झेल रही आम जनता और युवा, भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में सबक सिखाने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
वहीं इस दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार पर भी जम कर निशाना साधा. उन्होंने दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं पर आंकड़ों के हवाले से हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में बच्चे एनीमिया से पीड़ित हैं, जिनका प्रतिशत 69.2 है, जबकि यह 2015-16 में 59.7 प्रतिशत था. लवली ने यह भी कहा कि प्रदूषण के चलते दिल की बीमारियों से दिल्ली में एक साल में 14,000 से भी अधिक बच्चों की मौत होना आश्चर्यजनक है, जिस पर सभी चुने हुए प्रतिनिधि और सरकार चुप्पी साधे हुए है.