CM Bhagwant Mann Gave Debt Incurred By Punjab During Rule Of AAP Government Governor Banwarilal Purohit Had Demanded
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को पत्र लिखकर अपनी सरकार की तरफ से कर्ज में बढ़ोतरी का विवरण दिया है. इससे पहले सीएम मान ने सोमवार को कहा था कि उनकी सरकार राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को राज्य सरकार की ओर से लिए गए ऋण में से खर्च किए गए धन का ब्योरा देगी. साथ ही उन्होंने पिछली सरकारों से ऋण का विवरण नहीं मांगने के लिए राज्यपाल की आलोचना भी की थी.
भगवंत मान ने ब्योरा देते हुए कहा, “मैं आपसे यह भी आग्रह करूंगा कि आप प्रधानमंत्री को न केवल लंबित आरडीएफ जारी करने के लिए मनाएं, बल्कि कम से कम 5 सालों के लिए राज्य के ऋण भुगतान पर रोक भी लगाएं.” सीएम मान ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित की उस चिट्ठी का जवाब दिया है, जिसमें राज्यपाल ने आम आदमी पार्टी सरकार के राज में राज्य पर चढ़े कर्जे का हिसाब मांगा था. CM ने अपनी चिट्ठी में लिखा है की एक अप्रैल 2022 से लेकर 31 अगस्त 2023 तक पंजाब पर 47106 करोड़ का और कर्जा चढ़ा है.
सीएम ने लिखा है की इसमें से 27016 करोड़ रुपया पिछले कर्ज का ब्याज अदा करने में लगे हैं जो आपकी सरकार के वक्त लिया गया था. सीएम ने राज्यपाल से मांग की कि वे प्रधानमंत्री के पास पंजाब के रूरल डेवलपमेंट फंड का बकाया 5637 करोड़ रुपए राज्य को देने के लिए और राज्य की कर्जा अदायगी पर अगले पांच साल तक रोक लगाने के लिए हस्तक्षेप करें.
मुख्यमंत्री ने पहले एक चिट्ठी राज्यपाल को लिखी थी जिसमें मांग की थी की वे रूरल डेवलपमेंट फंड की अदायगी के लिए प्रधानमंत्री के पास ये मुद्दा उठाएं । हालांकि राज्यपाल ने इस चिट्ठी के जवाब में लिखा था कि क्योंकि पंजाब सरकार पहले ही RDF के मामले में सुप्रीम कोर्ट का रुख कर चुकी है इसलिए अदालत से इस पर क्या निर्णय आता है इसका इंतजार करना चाहिए । इसी जवाबी चिट्ठी में राज्यपाल ने सीएम को लिखा था की उन्हें पता चला है की इस सरकार के दौरान राज्य पर 50 हजार करोड़ का कर्ज चढ़ा है और अगर सीएम ये हिसाब दें की ये पैसा कहा इस्तेमाल हुआ तो वे प्रधानमंत्री को ये बताने में कामयाब हो पाएंगे की इस पैसे का सही जगह इस्तेमाल हुआ है।
बता दें कि राज्यपाल ने मान सरकार से राज्य सरकार द्वारा उधार लिए गए 50,000 करोड़ रुपये के व्यय के बारे में विवरण मांगा था. मुख्यमंत्री ने 550 करोड़ रुपये के ‘सेहतमंद पंजाब’ अभियान के उद्घाटन के बाद यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि मंगलवार को राज्यपाल को जवाब भेजा जाएगा. मान ने कहा था कि उन्होंने पूछा है कि पैसा कहां खर्च किया गया. हालांकि, उन्होंने पिछली सरकारों से कभी एक से डेढ़ लाख करोड़ रुपये के कर्ज और उसके खर्च के बारे में नहीं पूछा.
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