Why AIADMK Breaks Alliance With BJP NDA Know Plan For 2024 Lok Sabha Election
BJP AIADMK Alliance: अन्नाद्रमुक (AIADMK) ने सोमवार (25 सितंबर) को बीजेपी के साथ अपने चार साल पुराने रिश्ते को खत्म करते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से निकलने की घोषणा की, साथ ही पार्टी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए वह एक अलग मोर्चे का नेतृत्व करेगी.
एनडीए से अलग होने का निर्णय चेन्नई में एआईएडीएमके मुख्यालय में पार्टी प्रमुख ईके पलानीस्वामी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया. बीजेपी से अलग होने के फैसले पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुशी जताई और मुख्यालय के बाहर पटाखे फोड़े.
एआईएडीएमके ने बीजेपी से क्यों तोड़ा गठबंधन?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेताओं ने कुछ दिनों पहले नई दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद एनडीए से अलग होने का कदम उठाया गया है.
उस मुलाकात में एआईएडीएमके के नेताओं ने जेपी नड्डा को तमिलनाडु बीजेपी प्रमुख के अन्नामलाई की राजनीति की अक्रामक शैली से पैदा हुई जमीनी स्थिति के बारे में अवगत कराया था. उन्होंने द्रविड़ियन दिग्गज सीएन अन्नादुरई पर टिप्पणी करने के लिए अन्नामलाई की मांफी की मांग की थी और उन्हें बदलने के लिए भी कहा था.
समान विचारधारा वाले दलों के गठबंधन का नेतृत्व करेगी AIADMK
सोमवार को पूर्व मंत्री और एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता केपी मुनुसामी ने पत्रकारों को बताया कि पार्टी ने सर्वसम्मति से एनडीए से अलग होने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने अगले साल के चुनावों में समान विचारधारा वाले दलों के गठबंधन का नेतृत्व करने का प्रस्ताव अपनाया है.
हालांकि, प्रस्ताव में रिश्तों में आई कड़वाहट के लिए व्यक्तिगत रूप से किसी नाम नहीं लिया गया लेकिन अन्नामलाई की ओर इशारा करते हुए बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व को दोषी ठहराया गया है.
एआईएडीएमके ने कहा कि बीजेपी के राज्य नेतृत्व ने एक गुप्त उद्देश्य के साथ जानबूझकर अन्नादुरई और पार्टी की दिवंगत मुखिया जे जयललिता और निवर्तमान प्रमुख पलानीस्वामी को को बदनाम किया.
AIADMK के प्रस्ताव में और क्या कहा गया?
प्रस्ताव में कहा गया है कि बीजेपी भी अपनी नीतियों की आलोचना करती रही है और पार्टी के 20 अगस्त, 2023 के मदुरै सम्मेलन को महत्व नहीं देती रही है. इसमें कहा गया कि एआईएडीएमके को निशाना बनाकर की जाने वाली ऐसी निंदनीय, निरर्थक आलोचना पिछले करीब एक साल से चल रही है और इससे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में गहरी नाराजगी और आक्रोश है.
‘दो करोड़ से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान’
एनडीए के साथ संबंधों पर निर्णय लेने के लिए एआईएडीएमके की बैठक में पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों, जिला सचिवों और विधायकों और सांसदों ने हिस्सा लिया था. पार्टी मुख्यालय में पटाखों के साथ जश्न के बीच मुनसामी ने कहा कि सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय दो करोड़ से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं और आकांक्षाओं का सम्मान करता है.
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