Politics On Security Of BJP Leaders In Chhattisgarh Ann
BJP Parivartan Yatra: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Election) के पहले बीजेपी (BJP) पूरे प्रदेश में परिवर्तन यात्रा (Parivartan Yatra) निकालने जा रही है लेकिन नक्सलगढ़ में इस यात्रा की सुरक्षा को लेकर बीजेपी के नेता घबराए हुए हैं क्योंकि इसी तरह की यात्रा-2013 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस (Congress)पार्टी ने निकाली थी. लेकिन झीरम घाटी (Jhiram Valley) में नक्सलियों ने घात लगाकर कांग्रेसी नेताओं पर हमला कर दिया था. अब फिर से परिवर्तन यात्रा होने वाली है लेकिन इस बार बीजेपी के नेताओं की यात्रा है. इसलिए बीजेपी के बड़े नेताओं ने राज्य के डीजीपी से सुरक्षा की मांग की है.
बीजेपी12 सितंबर से बस्तर के दंतेश्वरी मंदिर से परिवर्तन यात्रा निकालने जा रही है. इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) शामिल होने वाले हैं. इसके साथ बीजेपी के बड़े नेता इस यात्रा में लगातार बने रहेंगे. इसी तरह सरगुजा संभाग से भी 16 सितंबर से एक यात्रा निकलेगी. इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे. ये दोनों यात्रा 28 सितंबर तक बिलासपुर संभाग के महामाया मंदिर पहुंचेगी और पीएम मोदी की चुनावी सभा के साथ यात्रा का समापन होगा. लेकिन इस बीच यात्रा को बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों से गुजरने पर खतरा है. इसका दावा खुद बीजेपी कर रही है.
बीजेपी ने कहा बस्तर में हमारे नेताओ की टारगेट किलिंग
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और सांसद सुनील सोनी ने शुक्रवार को दोनों परिवर्तन यात्राओं की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की है. इसके पीछे बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं की टारगेट किलिंग हो रही है. बीजेपी के एक विधायक भीमा मण्डावी की हत्या की जा चुकी है.
मोहला मानपुर में एक सभा में कांग्रेस विधायक की मौजूदगी में कहा गया कि बीजेपी के नेता आएं तो उन्हें काट दिया जाए.यह सरकार सत्ता में बने रहने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है. नक्सली हमारे कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को चुन-चुन कर मार रही है. ऐसे में हमने डीजीपी और गृह सचिव से यात्रा की सुरक्षा की मांग की है क्योंकि हमें सीएम और गृहमंत्री से कोई उम्मीद नहीं है.
नक्सलियों ने की इन बीजेपी नेताओं की हत्या
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि 10 फरवरी को नारायणपुर में सागर साहू की टारगेट किलिंग हुई. नीलकंठ कक्केम की आवापल्ली में 5 फरवरी को टारगेट किलिंग हुई. बुधराम कर्टेम की टारगेट किलिंग बास्तानार में 16 जनवरी को हुई. रामधर अलामी की दंतेवाड़ा में 11 फरवरी को टारगेट किलिंग हुई. अर्जुन काका की इलमिड़ी में 21 जून को टारगेट किलिंग हुई.
कांग्रेस ने कहा – दलगत आधार पर सुरक्षा देती है बीजेपी
बीजेपी की तरफ से सुरक्षा को लेकर उठाए गए सवाल पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस ने कहा है कि बस्तर में नक्सल गतिविधि पहले से कम हुई है. बीजेपी अपने अंदर का डर निकाल दे और अपनी यात्रा निश्चिंत होकर निकाले. इसके साथ कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इसने अपने शासन काल में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को घोर नक्सली इलाकों में सुरक्षा नहीं दिया जिसके कारण कांग्रेस ने अपने नेताओं की पूरी पीढ़ी को खोया था. जिसमें 31 लोगों की हत्या हुई थी. बीजेपी को इस बात का डर सता रहा है कि कांग्रेस सरकार भी उन्हीं के समान सुरक्षा में कटौती न कर दे. लेकिन दलगत आधार पर सुरक्षा देना और सुरक्षा हटाना बीजेपी की मानसिकता रही है कांग्रेस की नहीं.
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