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Lok Sabha Election 2024 Controversy On TN CM Son Udhayanidhi Stalin Statement Rift Among Congress Tmc Ncp Shivsena Know India Alliance Reactions


Udaynidhi Stalin Sanatana Dharma Elimination Remarks: 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ एनडीए से मुकाबला करने के लिए बनी गठबंधन इंडिया हाल में एक बयान को लेकर आपस में बंटी हुई नजर आई. दरअसल, विपक्षी गठबंधन का एक घटक दल डीएमके के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कुछ दिनों पहले सनातन धर्म की तुलना डेंगू, बुखार, मलेरिया से कर इसको खत्म करने की बात कही थी. जिसके बाद से बीजेपी समेत तमाम हिंदू संगठनों सहित इंडिया गठबंधन के साथी दलों ने भी इसपर कड़ा विरोध जताया है. 

बीजेपी का कहना है उदयनिधि के पिता और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन इंडिया गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं.  ऐसे में विपक्षी दलों को अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए, कि वे अलायंस बना रहे हैं या सनातन धर्म को खत्म करने का प्लान तैयार कर रहे हैं. हालांकि, इस मामले में उदयनिधि के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. जिसके बाद सनातन धर्म को लेकर उत्तेजक, भड़काऊ और मानहानि बयान देने के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा और आईटी एक्ट की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

सीएम एमके स्टालिन के बेटे ने क्या कहा था?
चेन्नई में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि ने कहा, “कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते. मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते. हमें उन्हें खत्म करना है. सनातन (सनातन धर्म) भी ऐसा ही है. सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है.” 

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे ने मामले पर बढ़ती आपत्ति के बीच सफाई  देते हुए दोबारा अपने बयान पर कायम रहने की बात की. उन्होंने कहा कि  “मैंने कभी उन लोगों को मिटाने की बात नहीं की, जो सनातन धर्म को मानते हैं. सनातन धर्म एक सिद्धांत है, जो जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटता है.”

उदयनिधि के स्पोर्ट में आएं कांग्रेस प्रमुख के बेटे और सांसद
उदयनिधि स्टालिन को सनातन वाले बयान पर पी चिदंबरम के बेटे कार्तिक चिदंबरम और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे का भी समर्थन मिला है. मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा, ”ऐसा कोई धर्म जो बराबरी की बात न करता हो, जो मानवता के सम्मान की बात न करता हो, मेरे ख्याल से वो बीमारी की तरह ही है.” 

कांग्रेस सांसद कार्तिक चिदंबरम  ने कहा, “सनातन धर्म एक जातिगत पदानुक्रमित समाज के लिए कोड के अलावा और कुछ नहीं है.  इसके लिए बल्लेबाजी करने वाले सभी अच्छे पुराने दिनों के लिए उत्सुक हैं! जाति भारत का अभिशाप है.”

बीजेपी ने इंडिया गठबंधन और राहुल गांधी पर उठाए सवाल
इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उदयनिधि के भाषण की निंदा की.उन्होंने कहा कि “इंडिया गठबंधन की दो सबसे बड़ी पार्टियों डीएमके और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बेटे सनातन धर्म को ख़त्म करने की बात कर रहे हैं. क्या आप सनातन धर्म को ख़त्म करने के लिए तैयार हैं?”

बीजेपी सांसद और पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार (4 सितंबर ) को इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सनातन मुद्दे पर राहुल गांधी अब तक क्यों खामोश हैं? प्रसाद ने कहा, राहुल गांधी मंदिर-मंदिर धुमते हैं, जल चढ़ाते हैं, गोत्र की बात करते हैं. नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव क्यों चुप हैं?” उन्होंने कहा कि ये सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए घमंडिया संगठन का जमावड़ा है, ये हिंदू धर्म का विरोध करते हैं. इनकी बुनियादी सोच हिंदू विरोधी है. 

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि उन्हें स्टालिन से दिक्कत नहीं है, कांग्रेस से दिक्कत है. उन्होंने पूछा कि कल को यही बात मैं मुसलमानों और ईसाइयों के बारे में बोलूंगा तो क्या तब भी इसे अभिव्यक्ति की आजादी कहेंगे.

इंडिया गठबंधन के साथियों ने क्या-क्या कहा?
विपक्षी अलायंस की साथी टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने उदयनिधि के बयान से दूरी बनाते दिखी. बंगाल की सीएम का ने कहा कि किसी को भी ऐसे बयान नहीं देने चाहिए, जिससे किसी भी धर्म के लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचे. उन्होंने कहा कि वो सनातन धर्म का सम्मान करती हैं. 

कांग्रेस चीफ के बेटे और कई सांसद की ओर से उदयनिधि को समर्थन देने के पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ”हम सर्वधर्म सम्भाव में विश्वास रखते हैं. कांग्रेस इसी विचारधारा में विश्वास रखती है, लेकिन आपको ध्यान रखना होगा कि हर राजनीतिक पार्टी के पास अपने विचार रखने की आजादी है. हम सभी की मान्यताओं का सम्मान करते हैं.”

आम आदमी पार्टी की ओर से सांसद संजय सिंह ने कहा कि “भारत विविधताओं में एकता वाला देश है. यहां अलग-अलग धर्म, जातियां, भाषाएं हैं. हमारी खूबसूरती ये है कि इसके बावजूद हम लोग एक साथ रहते हैं. किसी के धर्म के बारे में किसी को टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं हैं. सभी धर्म का सम्मान करना चाहिए.”

उद्धव ठाकरे गूट की पार्टी शिवसेना के नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि “बीजेपी अपनी राजनीति के लिए सनातन धर्म को लेकर झूठी चिंता जता रही है. इससे उनकी बीमार और दोमुंहा रणनीति का पर्दाफाश हो चुका है. एक तरफ बीजेपी-गठबंधन सरकार महाराष्ट्र में अपने हक के लिए लड़ रहे सनातनियों पर लाठी चार्ज कराती है. लेकिन सनातनी धर्म पर नकली चिंता जताती है. ये लोग और उनका दिमाग छोटा है. इसलिए वे बैठ जाएं और चुप रहें.”

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