Mamata Banerjee Says India Known To World What Happened Suddenly They Had To Change Name Of Country
Mamata Banerjee On Bharat Name: राष्ट्रपति भवन में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज का निमंत्रण ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ (भारत के राष्ट्रपति) के नाम से भेजे जाने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया आई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार (5 सितंबर) को केंद्र सरकार पर देश का नाम बदलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हिंदी में हम सब भारत बोलते है, इसमें नया क्या है?
मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि ‘इंडिया’ नाम तो दुनिया जानती है, अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्हें (केंद्र सरकार) को देश का नाम बदलना पड़ा? इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी बीजेपी नीत केंद्र की मोदी सरकार पर देश का नाम बदलने का आरोप लगाया है.
क्या कहा ममता बनर्जी ने?
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, ”…आज उन्होंने (केंद्र सरकार) इंडिया का नाम बदल दिया. जी-20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज के निमंत्रण कार्ड में ‘भारत’ लिखा हुआ है… अंग्रेजी में हम कहते हैं इंडिया और इंडियन कॉन्टिट्यूशन और हिंदी में हम कहते हैं भारत का संविधान. हम सब ‘भारत’ कहते हैं, इसमें नया क्या है? लेकिन भारत नाम तो दुनिया जानती है. अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्हें देश का नाम बदलना पड़ा?”
#WATCH | Kolkata: On G20 Summit dinner invitations at Rashtrapati Bhawan sent in the name of ‘President of Bharat’, West Bengal CM Mamata Banerjee says, “…Today, they (Centre) changed the name of India. In the invitation card for the G20 Summit dinner, it is mentioned… pic.twitter.com/CDJVB1lKVG
— ANI (@ANI) September 5, 2023
कांग्रेस ने सरकार पर लगाया I.N.D.I.A. गठबंधन से डर और नफरत का आरोप
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस ने इस मुद्दे पर दावा किया कि सरकार विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A) से डर और नफरत के कारण देश का नाम बदलने में जुट गई है.
वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, ”तो खबर वाकई सच है. राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी-20 रात्रिभोज के लिए सामान्य ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है. अब संविधान में अनुच्छेद 1 पढ़ा जा सकता है: ”भारत, जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा.” लेकिन अब इस ‘राज्यों के संघ’ पर भी हमला हो रहा है.”