Before Ghosi By-election SSP Supported Samajwadi Party Who Separated From SBSP
Ghosi Bypoll 2023: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) घोसी उपचुनाव में बीजेपी का खेल बिगाड़ने में लग गए हैं. इस उपचुनाव को एनडीए और नवगठित इंडिया गठबंधन के बीच पहला चुनावी मुकाबला माना जा रहा है. घोसी उपचुनाव के लिए मौजूदा समाजवादी पार्टी (SP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच सीधा मुकाबला अब और दिलचस्प हो गया है. राजभर समुदाय पर प्रभाव का दावा करने वाले सुभासपा के अलग समूह ने एसपी उम्मीदवार सुधाकर सिंह को समर्थन देने की घोषणा कर दी है.
सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी (SSP) बीजेपी की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) से अलग हुआ समूह है और दोनों ही राजभर वोटों के संरक्षक होने का दावा करते हैं. एसबीएसपी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर बीजेपी उम्मीदवार दारा सिंह चौहान का समर्थन कर रहे हैं जो हाल ही में समाजवादी पार्टी में रहने के बाद बीजेपी में लौटे हैं.
सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी ने सपा को दिया समर्थन
सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह को सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी का समर्थन मिल रहा है. घोसी से दारा सिंह चौहान और सुधाकर सिंह दोनों ही विधायक रह चुके हैं. दारा सिंह चौहान ने 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में एसपी उम्मीदवार के रूप में सीट जीती, जबकि सुधाकर सिंह ने 2012 में एसपी उम्मीदवार के रूप में सीट जीती थी. सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी महासचिव बलिराज राजभर ने सुधाकर सिंह को समर्थन देने की घोषणा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के समर्थन से उनकी जीत का अंतर बढ़ेगा. एसएसपी 2022 यूपी विधानसभा नतीजों के बाद अस्तित्व में आया जब राजभर ने समाजवादी पार्टी गठबंधन से नाता तोड़ लिया.
सुभासपा ने एसएसपी को खत्म हो चुकी ताकत बताया
सुभासपा के प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने कहा कि “एसएसपी नेता एक खत्म हो चुकी ताकत हैं और विभाजन की साजिश अखिलेश यादव ने रची थी.” 2022 के यूपी विधानसभा चुनावों से पहले दारा सिंह चौहान और सुभासपा का इतिहास एक जैसा रहा है. दारा सिंह चौहान योगी सरकार में मंत्री थे, लेकिन 2022 के चुनाव से कुछ समय पहले उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया और सपा में शामिल हो गए.
एसबीएसपी भी पहले बीजेपी की सहयोगी थी लेकिन 2022 में उसने एसपी के साथ गठबंधन कर लिया. दारा सिंह चौहान ओबीसी हैं जबकि सुधाकर सिंह ठाकुर (उच्च जाति) हैं. अपने वफादार सुधाकर सिंह को मैदान में उतारकर अखिलेश यादव ने घोसी उपचुनाव में ‘उच्च जाति प्लस पीडीए’ फॉर्मूले को आजमाने का प्रयास किया है.
8 सितंबर को आएगा रिजल्ट
एसपी ने अपनी पार्टी के लिए नया पीडीए फॉर्मूला ‘पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक’ तैयार किया है. जहां पूरा राज्य बीजेपी नेतृत्व अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए घोसी में प्रचार कर रहा है, वहीं कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल सहित भारतीय सहयोगी भी सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह के लिए प्रचार कर रहे हैं. घोसी की लड़ाई अब काफी दिलचस्प हो गई है. राजभर केंद्रित पार्टी के दो गुट दो उम्मीदवारों के पीछे अपना पूरा जोर लगा रहे हैं. फिलहाल बसपा उपचुनाव नहीं लड़ रही है, वहीं 5 सितंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 8 सितंबर को होगी.