Opposition INDIA Or BJP There Is Question Mark Over Who BSP Supremo Mayawati Is With Says Sharad Pawar – BJP या विपक्षी गठबंधन…नहीं पता वह किसके साथ हैं: मायावती के सवाल पर बोले शरद पवार
मुंबई:
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने बुधवार को कहा कि इस पर सवालिया निशान है कि बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती किसके साथ हैं और ऐसी अटकलें हैं कि वह बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगी. गुरुवार को मुंबई में शुरू होने वाली विपक्षी गठबंधन (INDIA) की अहम बैठक से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार से मायावती पर गठबंधन की राय के बारे में सवाल पूछा गया था. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “इस पर सवालिया निशान है कि मायावती किसके साथ हैं. ऐसी अटकलें हैं कि वह बीजेपी के साथ हैं. मैं यह नहीं कह रहा कि यह सच है, लेकिन इस पर स्पष्टता की जरूरत है.”
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वहीं, मायावती ने गुरुवार को ही कहा है कि वह ना तो INDIA और ना ही NDA गठबंधन के साथ हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वैसे तो बसपा से गठबंधन के लिए सभी आतुर हैं, लेकिन ऐसा न करने पर विपक्षी दलों की ओर से बीजेपी से मिलीभगत के आरोप लगाये जाते हैं.
गुरुवार को मायावती ने एक साथ कई ट्वीट करते हुए लिखा कि NDAऔर INDIA गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं, जिनकी नीतियों के खिलाफ बसपा लगातार संघर्षरत है. इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता.
1. एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियाँ हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़।
— Mayawati (@Mayawati) August 30, 2023
उन्होंने लिखा, “बसपा, विरोधियों के जुगाड/जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे/बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनके गठबंधन से साल 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा चुनाव तथा चार राज्यों में विधानसभा चुनाव लडे़गी.” साथ ही उन्होंने मीडिया से अपील की है कि किसी तरह की फर्जी अटकलें ना लगाएं
बसपा और उसकी कट्टर प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी ने साल 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की घोषणा की थी. इसमें मायावती की पार्टी उत्तर प्रदेश में 10 सीटें जीतने में सफल रही थी, वहीं अखिलेश यादव की सपा को केवल पांच सीटें मिली थीं. 2019 लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद मायावती ने सपा से गठबंधन तोड़ लिया था और कहा था कि उनकी पार्टी भविष्य में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी.
अभी समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है.
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