2 members of Manipur Armed Outfit UNLF P including self styled Army Chief arrested NIA to interrogat
Key Members Of UNLF(P) Arrested: प्रतिबंधित यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (P) के दो अहम सदस्यों को मणिपुर पुलिस, एनआईए और सीआरपीएफ की ओर से चलाए गए एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार कर लिया गया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बुधवार (13 मार्च) को अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि प्रतिबंधित संगठन के स्वयंभू सेना प्रमुख थोकचोम थोइबा और उसके खुफिया विभाग के प्रमुख लेफ्टिनेंट कर्नल लाइमायुम इंगबा को साझा अभियान के दौरान गिरफ्तार किया गया है. दोनों को दिल्ली ले जाया गया है, जहां एनआईए के अधिकारी उनसे पूछताछ करेंगे. गिरफ्तारियों के बाद इम्फाल पूर्व और इम्फाल पश्चिम जिलों में और उसके आसपास सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं.
थोकचोम थोइबा ने पिछले साल किए थे शांति समझौते पर हस्ताक्षर
पिछले साल नवंबर में थोइबा ने केंद्र के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, उसके बाद से वह यूएनएलएफ (पी) का हिस्सा नहीं था. के. पाम्बेई के नेतृत्व वाले यूएनएलएफ (पी) ने पिछले साल (29 नवंबर, 2023 को) इम्फाल घाटी में सरकार के साथ युद्धविराम समझौता और हिंसा छोड़ने पर सहमति जताई थी.
शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बावजूद सुरक्षा एजेंसियों ने यूएनएलएफ की ओर से मणिपुर में बढ़ती हिंसा पर चिंता व्यक्त की थी. समझौते के बाद संगठन ने न तो अपने कैडर की संख्या के बारे में कोई जानकारी साझा की और न ही हथियार सौंपे.
हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे यूएनएलएफ (पी) कैडर
अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा अधिकारियों ने इंटेलिजेंस मिली थी कि समूह के सदस्य आदिवासी समुदाय को निशाना बनाने के उद्देश्य से मुख्य रूप से कुकी आबादी वाले क्षेत्रों के बाहरी इलाके में शिविर स्थापित कर रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि जमीनी रिपोर्ट्स के आधार पर एजेंसियों ने पाया कि यूएनएलएफ (पी) कैडर सुरक्षा बलों और आम जनता दोनों के खिलाफ हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे हैं.
वे मणिपुर पूर्व के चिंगारेल में 13 फरवरी को पांचवीं इंडिया रिजर्व बटालियन (IRB) से हथियार और गोला-बारूद लूटने में शामिल थे. इस घटना के बाद पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें एनएलएफ कैडर के दो लोग शामिल थे और अब मामले को सीबीआई को ट्रांसफर किया जा सकता है.
स्वचालित हथियारों के साथ घूम रहे यूएनएलएफ (पी) के लोग
हाल ही में मोइरांगपुरेल, तुमुहोंग और इथम जैसे विभिन्न क्षेत्रों में यूएनएलएफ (पी) कैडर को देखा गया. रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि वे मोइरंगपुरेल और इथम में शिविर स्थापित करने के लिए गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे. यूएनएलएफ (पी) और सुरक्षा बलों के बीच शत्रुता को समाप्त करने के उद्देश्य से संघर्ष विराम समझौते के बावजूद हाल की घटनाओं से पता चलता है कि यूएनएलएफ (पी) कैडर अपने स्वचालित हथियारों के साथ स्वतंत्र रूप से घूम रहे है.
बता दें कि 2014 के बाद से बीजेपी के के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने क्षेत्र में उग्रवाद को खत्म करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए पूर्वोत्तर में कई सशस्त्र समूहों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)
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