हे भगवान…52 साल की उम्र में सास ने दिया दामाद के बच्चे को जन्म, पति ने कहा…
Woman Got Pregnant With Her Son In Law: प्यार और त्याग की मिसालें अक्सर देखने को मिलती रहती हैं, लेकिन हाल ही में एक ऐसी अनोखी घटना सामने आई है, जिसने दुनियाभर में लोगों को हैरान कर दिया. अमेरिका की रहने वाली क्रिस्टी श्मिट (Kristi Schmidt) के लिए यह पल उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा मोड़ साबित हुआ. दरअसल, 52 साल की उम्र में उन्हें यह पता चलने वाला था कि वह प्रेग्नेंट हैं और वह भी अपने दामाद के बच्चे से. पढ़ें आखिर क्या है पूरा माजरा.

बेटी और दामाद की मदद के लिए बनीं सरोगेट मां (Unbelievable Story)
यह कहानी है एक मां के अपने बेटी के प्रति गहरे प्यार और त्याग की, जिसने अपनी बेटी का सपना पूरा करने के लिए यह कदम उठाया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिस्टी श्मिट की बेटी और दामाद को लंबे समय से संतान सुख नहीं मिल पा रहा था. तमाम कोशिशों और मेडिकल ट्रीटमेंट के बाद भी जब सफलता नहीं मिली, तो क्रिस्टी ने एक बड़ा फैसला लिया, उन्होंने खुद सरोगेट मां बनने का निर्णय किया. यह फैसला आसान नहीं था, लेकिन अपनी बेटी और दामाद की खुशी के लिए उन्होंने मेडिकल जांच करवाई और डॉक्टरों ने भी हरी झंडी दे दी, फिर मेडिकल प्रक्रिया के तहत भ्रूण को उनके गर्भ में प्रत्यारोपित किया गया. नौ महीने बाद उन्होंने अपनी ही बेटी के बच्चे को जन्म देकर एक मिसाल कायम कर दी.

क्या थी वजह… (Surrogacy Miracle)
क्रिस्टी अपनी बेटी हेइडी से बेहद करीब हैं. क्रिस्टी की बेटी का सपना था कि वह मां बने, लेकिन 2015 में अपने पति जॉन से शादी के बाद भी उनकी यह ख्वाहिश पूरी नहीं हो पाई. सालों कई कोशिशों के बाद भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी, फिर आखिरकार हेइडी को 2020 में गर्भधारण का सुख मिला, लेकिन उनकी खुशी ज्यादा दिनों तक कायम नहीं रह सकी. डॉक्टर ने उन्हें बताया कि, उन्हें यूटेरिन डिडेल्फिस नाम की एक दुर्लभ समस्या है. डॉक्टरों ने बताया कि, इस स्थिति में दो गर्भाशय होते हैं. वह जुड़वां बच्चों की मां बनने वाली थीं, लेकिन 10 हफ्ते में एक बच्चे की धड़कन रुक गई. वहीं 24वें हफ्ते में उन्होंने अपने बेटे को भी खो दिया. इस घटना ने हेइडी का दिल पूरी तरह से तोड़कर रख दिया था. डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि, अगर दोबारा गर्भधारण किया तो उनके लिए ये बेहद जोखिम भरा हो सकता है.

मैं 52 साल की उम्र में मां बन रही हूं…(Surrogate Mother)
क्रिस्टी श्मिट से अपनी बेटी का ये दर्द देखा नहीं जा रहा था. इस बीच हेइडी ने अपनी मां को बताया कि, वह IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) और सरोगेसी के जरिए मां बनने का सोच रही हैं. बेटी के हेल्थ को ध्यान में रखते हुए क्रिस्टी श्मिट ने खुद अपनी बेटी की सरोगेट बनने का फैसला किया. देखा जाए तो क्रिस्टी ऐसा कर के अपने दामाद के बच्चे को जन्म देकर एक साथ मां और नानी बनने जा रही थीं. उन्होंने अपनी बेटी को समझाया कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और इस जिम्मेदारी के लिए तैयार हैं. बेटी के साथ-साथ दामाद ने भी सास के इस फैसले का समर्थन किया. वहीं डॉक्टरों ने भी मेडिकल जांच के बाद क्रिस्टी को गर्भधारण की मंजूरी दे दी. इसके बाद प्रोसेस शुरू हुई और एक मां ने अपनी बेटी से वादा किया कि नौ महीने बाद उसकी गोद में उसका बच्चा सौंपूगीं. इस बीच नौ दिन बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद क्रिस्टी श्मिट ने मुस्कुराते हुए कहा, मैं 52 साल की उम्र में मां बन रही हूं.

डिलीवरी के बाद इमोशनल हुआ पूरा परिवार (Inspiring Journey)
जब क्रिस्टी ने अपनी बेटी के बच्चे को जन्म दिया, तो पूरा परिवार भावुक हो गया, उनकी बेटी और दामाद ने इस अनमोल उपहार के लिए उनका आभार जताया. क्रिस्टी ने कहा, यह मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत पल था. मैं अपनी बेटी और दामाद के लिए कुछ खास करना चाहती थी और अब जब मैंने उनके बच्चे को जन्म दिया है, तो मेरा दिल गर्व से भर गया है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह अनोखी कहानी (Emotional Story)
इस अनोखी घटना ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है. कई लोग इसे मां के प्यार और त्याग की अनूठी मिसाल बता रहे हैं, तो कुछ लोगों ने इसे विज्ञान का चमत्कार कहा है. एक यूजर ने कमेंट किया, यह सच में एक मां का सबसे बड़ा त्याग है, जबकि दूसरे यूजर ने लिखा, यह साबित करता है कि एक मां के लिए अपने बच्चों की खुशी से बढ़कर कुछ नहीं होता.
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