सैफ अली खान की ये फिल्म सिनेमाघर नहीं टीवी पर हुई थी रिलीज, हुआ था ऐसा हाल डायरेक्टर ने भी छोड़ दिया था 20 साल तक डायरेक्शन
नई दिल्ली:
बॉलीवुड की कई फिल्में ऐसी होती हैं, जिनका इंतजार सिर्फ फैंस ही नहीं बल्कि स्पॉन्सर भी करते हैं. ऐसी फिल्मों पर लोग पानी की तरह पैसा बहाते हैं, क्योंकि उन्हें फिल्म से काफी उम्मीदें होती हैं. हालांकि कुछ फिल्में बॉलीवुड में ऐसी भी रही हैं, जो रिलीज होने से पहले ही फ्लॉप साबित हो गईं और हर किसी ने इनसे हाथ पीछे खींच लिए. सैफ अली खान की एक फिल्म के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था. फिल्म की शूटिंग के बाद उसका ये हाल हुआ कि आखिर में उसे बड़े पर्दे पर नहीं बल्कि सीधे टीवी पर ही रिलीज कर दिया गया था.
सैफ और ट्विंकल की फिल्म
दरअसल इस फिल्म का नाम ‘ये है मुंबई मेरी जान’ था. जिसे कोई भी डिस्ट्रीब्यूटर नहीं मिला और किसी ने भी फिल्म में दिलचस्पी नहीं दिखाई. नतीजा ये हुआ कि फिल्म को टीवी पर रिलीज करना पड़ा. पूरी कहानी की बात करें तो साल 1996 में विशेष फिल्म्स सैफ अली खान और ट्विंकल खन्ना को लेकर मिस्टर आशिक नाम की फिल्म बना रहे थे. इस फिल्म का ऑडियो भी जारी किया गया था. लेकिन फिल्म पूरी होने से पहले ही इसे बनाने वाली कंपनी विशेष फिल्म्स को लगा कि फिल्म अच्छी नहीं है, ये बात एक्टर्स को भी समझ आ चुकी थी. उन्हें लग रहा था कि वो इस पर सिर्फ अपना वक्त बर्बाद कर रहे हैं.
दोबारा हुई पूरी शूटिंग
फिल्म को कमजोर होता देख सबसे पहले इसका नाम बदला गया, इसे मिस्टर आशिक की जगह ‘ये है मुंबई मेरी जान’ का टाइटल मिला. इतना ही नहीं महेश भट्ट ने फैसला लिया कि फिल्म को दोबारा शूट किया जाएगा. नई कहानी के साथ फिल्म की दोबारा शूटिंग हुई और इसे लव स्टोरी की बजाय एक कॉमेडी फिल्म बना दिया गया. इससे पहले वाली तनवीर अहमद की फिल्म मिस्टर आशिक में अकबर खान, परवीन बाबी, स्मिता पटेल काम कर रहे थे. ‘ये है मुंबई मेरी जान’ में पिछली फिल्म में शूट किए गए गानों का इस्तेमाल किया गया था, हालांकि फिल्म को कोई भी सपोर्ट नहीं मिला, जिसके चलते इसे टेलीविजन पर ही रिलीज कर दिया गया.
कहा जाता है कि इस फिल्म का ऐसा हाल देखकर महेश भट्ट काफी दुखी हुए और उन्होंने करीब 20 सालों तक किसी भी फिल्म का डायरेक्शन नहीं किया. इसके बाद उन्होंने 2020 में ‘सड़क-2’ फिल्म को डायरेक्ट किया. ट्विंकल खन्ना और सैफ अली खान जैसे सितारों की भी ये सबसे फ्लॉफ फिल्मों में से एक थी.