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सिंगर शान के नक्शेकदम पर चल रहे उनके बेटे माही, बोले- मेरे पिता मेरे गुरु भी हैं




नई दिल्ली:

इंडियन प्लेबैक सिंगर शान को कौन नहीं जानता, जिन्होंने बॉलीवुड के हिट गाने दिए. इनमें छाया है जो दिल पे गाने से लेकर चांद सिफारिश गाने शामिल हैं, जिनका हर कोई फैन है. लेकिन अब शान के बेटे माही ने भी सिंगिंग की दुनिया में कदम रख दिया है. हाल ही में उनका दूसरा गाना जादूगरी रिलीज हुआ है, जिसे सोशल मीडिया यूजर्स से खूब प्यार मिला है. वहीं यंग सिंगर ने कान फिल्म फेस्टिवल में भी अपनी शुरुआत की. जहां उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उपस्थित दर्शकों के लिए परफॉर्म किया. इसी बीच NDTV ने माही से खास बातचीत की…

सवाल- पिता शान से आपकी तुलना होगी और आगे भी शायद हो तो आपका क्या नजरिया होगा. 

जवाब- मेरे हिसाब से तुलना होना नेचुरल है. काफी ऑब्वियस भी है. लेकिन मेरा विजन और मेरी उम्मीद है कि मैं अपनी एक पहचान बनाना चाहता हूं. बस यही प्रायोरिटी है कि मैं उनसे एक्सप्रेशन और स्टाइल सीखूं. क्योंकि मेरे पिता मेरे गुरुजी भी हैं. इसीलिए मेरा फोकस है कि मैं अपनी पहचान बनाऊं और उससे मैं म्यूजिक बनवाऊं.  

सवाल- ऐसी कोई सीख जो आपके पापा ने खुद अपनाई हो और आपको भी दी हो. 

जवाब- ऐसी 100 सीख होंगी, जो पिता से मिली हैं. एक जो सबसे ज्यादा जरुरी है मेरे लिए कि सुर में बात करो. मतलब जब रिकॉर्डिंग करते हैं तो लिरिक्स को सुर में गाओ. आवाज में स्ट्रगल या स्ट्रैस नहीं होना चाहिए. यह मेरी फेवरेट एडवाइस है. 

सवाल- जादूगरी के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?

जवाब- जादूगरी मेरे लिए स्पेशल गाना है. क्योंकि मेरे बड़े भाई सोहम मुखर्जी ने प्रोड्यूस किया है गाना और सिद्धांत भोसले ने कंपोज किया है. इसे शायर अपूर्वा ने लिखा है. ये गाना काफी पर्सनल भी है क्योंकि इसके लिरिक्स पर्सनल एक्सपीरियंस से है. यह टीनेज लव के बारे में है. आजकल मेरी उम्र में जैसे जब प्यार होता है तो सनशाइन और रेनबो ऐसा कुछ होता है. तो जादूगरी भी इस बारे में ही है. खुशी ऐसे प्यार से आती है. यह गाना भी इसी बारे में है. क्योंकि मैं भी अभी टीनेएजर ही हूं. इसीलिए ये मेरे लिए स्पेशल गाना है. 

सवाल- आजकल कमेंट्स के जरिए लोग अपनी राय देते हैं तो क्या आप भी आपके गाने पर लिखे कमेंट्स को देख राय बनाते हैं या अपनी सोच के मुताबिक चलते हैं. 

जवाब- मैच्योर जवाब होगा कि मैं कमेंट्स नहीं पढ़ता हूं. मैं बस गाना सुनता हूं फोकस के लिए. लेकिन इतनी सी बात नहीं है. यह सिंपल नहीं है. इस उम्र में नजरें उन पर पड़ ही जाती है. तो कभी कभी पढता हूं. लेकिन कभी दिल पर नहीं लेता. 

सवाल- गायकी के लिए आपके आदर्श कौन रहे हैं?

जवाब- मेरे आदर्श इस लाइन में पिताजी हैं. उनके अलावा किशोर जी हैं. क्योंकि मैं उनका गाना सुनता और सीखता रहता हूं. मैं उसी स्कूल से हूं. स्कूल ऑफ किशोर कुमार सिंगिंग. मेरे हिसाब से किशोर कुमार भारत के पहले पॉप स्टार हैं. उनकी सिंगिंग में एक्टिंग और सिंगिंग है. मेरे आइडल किशोर जी हैं.  

सवाल- आने वाले समय में आपको किस तरह के या किन प्रोजेक्ट्स में देख सकते हैं. 

जवाब- बहुत कुछ है. अगला हम एक पांच सॉन्ग वाला ईपीबी लॉन्च करने वाले हैं.




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