सपा नेता मोईद खान का डीएनए गैंगरेप पीड़िता से नहीं हुआ मैच, जानिए फिर भी क्यों बढ़ीं उनकी मुश्किलें
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में इस मामले की अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को होगी.
Ayodhya Gangrape Case: अयोध्या में नाबालिग दलित युवती के साथ गैंगरेप मामले में सपा नेता मोईद खान (SP Leader Moeed Khan) का डीएनए पीड़िता के सैंपल से मैच नहीं हुआ है. मोईद खान के ड्राइवर राजू खान का डीएनए सैंपल पीड़िता के सैंपल से मेल खा गया है. हालांकि, इससे मोईद खान की दिक़्क़तें कम नहीं होने वालीं, क्योंकि राजू के सैंपल मैच होने से गैंगरेप की पुष्टि हुई है.
पीड़िता ने अपने बयान में मोईद खान और उसके ड्राइवर दोनों का नाम लिया गया था. दावा था कि मोईद खान ने वीडियो भी बनाया था और उसी के आधार पर उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था. सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में इस मामले की सुनवाई हुई. अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को होगी.
पुलिस ने मोईद खान और राजू के खिलाफ गैंगरेप और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. पीड़िता के बयान के आधार पर दोनों आरोपियों पर मामला दर्ज कर गिरफ़्तारी की गई थी. इसके बाद भदरसा स्थित मोईद खान की बेकरी पर बुलडोज़र भी चलाया गया था. इस मामले में जहां बीजेपी ने समाजवादी पार्टी पर हमला किया था, वहीं सपा ने मोईद खान का बचाव करते हुए कहा कि उसे फंसाया जा रहा है.
पीड़िता गर्भवती थी. ऐसे में डीएनए सैंपल एक ही आरोपी से मैच कर सकता है. ऐसे में राजू के सैंपल के मैच करने से पीड़िता के बयान की पुष्टि होने से सपा नेता की दिक़्क़तें बढ़ेंगी. वहीं सरकारी पक्ष इस रिपोर्ट से मज़बूत हुआ है.