सच है या साजिश? जानें बिहार में बीपीएससी पेपर लीक की पूरी कहानी क्या है
पटना:
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के दौरान कथित तौर पर प्रश्नपत्र लीक होने की खबरों ने हड़कंप मचा दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रश्नपत्र लीक के दावों के बाद छात्रों ने पटना के बापू सभागार में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी छात्रों ने आयोग से जवाबदेही की मांग की. हालांकि आयोग ने इन दावों को शरारती तत्वों की करतूत बताते हुए पूरी तरह खारिज कर दिया है.
- बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह शुक्रवार को एक परीक्षा केंद्र पर फैल गई, जिसके बाद आयोग ने इस ‘षड्यंत्र’ में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी.
- पटना के कुम्हरार स्थित बापू परीक्षा केंद्र पर आयोजित BPSC की 70वीं एकीकृत संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE) 2024 का लगभग 300-400 अभ्यर्थियों ने बहिष्कार किया और आरोप लगाया कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र लीक हो गया था.
देखें वीडियो
DM साहब ने स्टूडेंट को जड़ा थप्पड़…
पटना के बापू परीक्षा परिसर में एग्जाम के बाद BPSC कैंडिडेट्स ने जमकर हंगामा किया. कैंडिडेट्स ने पेपर लीक का आरोप लगाया. इस दौरान सड़क पर हंगामा काटा. जानकारी होने पर मौके पर अधिकारी पहुंचे. इस दौरान पटना डीएम ने एक BPSC कैंडिडेट को थप्पड़… pic.twitter.com/L2jN1FBqyv
— NDTV India (@ndtvindia) December 13, 2024
बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रवि मनु भाई परमार (Ravi Manu Bhai Parmar) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रश्न पत्र लीक की संभावना से इंकार किया है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य के 912 सेंटर में परीक्षा का आयोजन किया गया, जिसमें 911 सेंटर पर परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई. उन्होंने कहा कि अभी तक आयोग को किसी तरह से शिकायत नहीं मिली है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि छात्र इनविजिलेंटर के हाथ से प्रश्न पत्र छीन कर भागे है और बाहर आकर हंगामा भी किया है. पूरे मामले की जांच चल रही है. सीसीटीवी से मामले को समझा जा रहा है. जांच के बाद आरोपियों पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि इस पर डीएम का रिपोर्ट भी आएगा.
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार को दोपहर 12 बजे शुरू हुई बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया. परीक्षा के बीच दोपहर एक बजे के बाद सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र लीक होने के दावे सामने आए. इस घटना के बाद पटना के बापू सभागार में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
डीएम ने मारा थप्पड़
बीपीएससी परीक्षार्थियों के हंगामे को संभालने के लिए जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह पटना एसएसपी राजीव मिश्रा के साथ मौके पर पहुंचे थे. अधिकारियों की ओर से छात्रों को समझाया जा रहा था तभी इस बीच पटना के डीएम ने हंगामा कर रहे परीक्षार्थियों में से एक छात्र को थप्पड़ मार दिया.
अफवाह है ये खबर
बीपीएससी ने प्रश्नपत्र लीक की खबरों को अफवाह करार दिया है. आयोग के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने कहा कि परीक्षा पूरी पारदर्शिता और कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित की गई है. उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रश्नपत्र अलग-अलग राज्यों से प्रिंट कराए गए थे और परीक्षा शुरू होने से तीन घंटे पहले लॉटरी के जरिए तय किया गया था कि किस केंद्र पर कौन सा सेट भेजा जाएगा.
आरोपियों पर होगी कार्रवाई
बीपीएससी ने कहा कि प्रश्नपत्र लीक की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. आयोग ने परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए पहले ही सभी उपाय किए थे. बीपीएससी ने परीक्षाओं की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर जोर दिया है. प्रश्नपत्र लीक के दावों को लेकर स्थिति साफ होने में समय लगेगा, लेकिन आयोग ने छात्रों और अभिभावकों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है.
अभ्यर्थियों का आरोप
गौरतलब है कि बीपीएससी परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर अभ्यर्थी हंगामा कर रहे थे. उनका आरोप था कि उन्हें प्रश्नपत्र देरी से दिया गया था. अभ्यर्थी परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट लेकर बाहर आ गए. उन्होंने प्रश्न पत्र भी फाड़ दिए.
ये है असली वजह
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन शुक्रवार को बिहार के 912 केंद्रों पर किया गया. राजधानी पटना में 60 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन हुआ. इस परीक्षा के लिए चार लाख 83 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. परीक्षा एक ही शिफ्ट में दोपहर 12 बजे से दो बजे तक हुई.
अच्छा था पेपर; छात्रों ने बताया
बिहार के कैमूर जिले के निवासी परीक्षार्थी बरसीदा राशिद ने आईएएनएस से कहा कि पेपर बहुत अच्छा था और हिस्ट्री सेक्शन विशेष रूप से मददगार रहा. बीपीएससी की तैयारियां बहुत अच्छी थीं. एक अन्य छात्र अनुराग केसरी ने बताया कि यह मेरा दूसरा प्रयास था. पेपर में करंट अफेयर्स के सवाल अच्छे थे. अगर कोई दो महीने भी अच्छी तरह से तैयारी करता तो अच्छे अंक ला सकता था. बीपीएससी की तैयारी तो ठीक थी, लेकिन अंदर की व्यवस्थाओं के बारे में आयोग ही जानता है.