‘लाल चौक पर अब भारत के झंडे लहराते हैं’ : रविशंकर प्रसाद ने NDTV से बताया कैसे बदली कश्मीर की फिजा
नई दिल्ली:
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन पूरे हो गए हैं. इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने एनडीटीवी से खास बातचीत की. उन्होंने आज के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को लेकर उन्हें बधाई भी दी. मोदी 3.0 के कार्यकाल को लेकर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार ने जो संकल्प लिया था, उसी सोच के साथ जमीन पर उसे लागू भी कर रही है.
उन्होंने कहा कि कश्मीर में आज भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. आईआईटी और एम्स खुल रहा है. वहां पर लोगों को शांति दिखाई पड़ रही है. नगरपालिका और ग्राम पंचायत के चुनाव हुए, जो काफी सालों से रुके हुए थे. जब जनता इन चीजों का एहसास करती है तो विश्वास बढ़ता है. आज हमें बहुत खुशी हो रही है कि कश्मीर में जम्हूरियत जीत रही है. जम्मू-कश्मीर पूर्ण राज्य भी बनेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 100 दिन के संकल्प पर मुझे गर्व है. आप देखिए 70 साल के ऊपर के सभी लोगों के लिए 5 लाख रुपये तक के आयुष्मान भारत कार्ड की व्यवस्था की गई है. लखपति दीदीयों के लिए भी आमदनी की व्यवस्था है. वहीं किसानों को लार्जेस्ट एमएसपी दिया गया है. एक करोड़ नौजवानों के लिए इंटर्नशिप की व्यवस्था गई है. 11 लाख करोड़ रुपये इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किए जा रहे हैं, जिससे युवाओं को अवसर मिलेंगे. मोबाइल बनाने में भी भारत दुनिया का सेकंड बिगेस्ट मैन्युफैक्चरर हो गया और सेमी कंडक्टर भी आ रहा है. ये दिखाता है कि मोदी सरकार में सर्वव्यापी और सर्व स्पर्शी विकास हो रहा है.
रविशंकर प्रसाद
बीजेपी सांसद
उन्होंने कहा कि वक्फ बिल भी बन रहा है, उसमें जेपीसी का काम हो रहा है. तीन तलाक समाप्त हुए हैं. ये सोच भारत को आगे बढ़ाती है.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि कुछ लोगों की सोच होती है, ‘खटाखट-फटाफट’ हम करके दिखाएंगे और अभी हिमाचल प्रदेश में सैलरी देने के लिए पैसे नहीं बच रहे हैं.
बीजेपी के लोकसभा में कश्मीर में चुनाव नहीं लड़ने और विधानसभा में बेहद कम उम्मीदवार उतारने के सवाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि हम नहीं लड़ रहे हैं. हमने मुस्लिमों को टिकट दिए तो आप ये दिखाते हैं कि बीजेपी पहली बार दे रही है. इसमें कोई छुपाने की जरूरत नहीं है कि कश्मीर में बीजेपी पारंपरिक रूप से कमजोर रही है, आज हम आगे बढ़ रहे हैं.
जातीय जनगणना के सवाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये नीतिगत मामला है. जातीय जनगणना सिर्फ राजनीति के लिए नहीं हो, यह जो विकास में छूट गए हैं, उनके पास विकास पहुंचे इसके लिए हो. इसका स्वरूप क्या होगा, सरकार को अपना फैसला करने दीजिए.