लग्ज़री कार में काम मांगने जाते थे ये बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार, लड़कियों के बीच नहीं थी दीवानगी हद, स्टारडम ऐसा कि लेट होने पर…
बॉलीवुड में यूं तो हमेशा कोई ना कोई सुपरस्टार रहा है. लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि बॉलीवुड में सुपरस्टार का पहला दर्जा किसे मिला होगा. अगर आप सोच नहीं पा रहे हैं तो हम बताए देते हैं. हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार की जिसने अपने दौर में सुपरहिट फिल्मों का तांता लगा दिया था कि फिल्म मेकर्स उनको साइन करने के लिए रात दिन उनके घर के बाहर खड़े रहते थे. इस फोटो में दिख रहा ये बच्चा आगे जाकर वही स्टार बना. बॉलीवुड के इस स्टार की लड़कियों में दीवानगी इस कदर छाई थी कि वो खून से खत लिखा करती थीं. उनकी गाड़ी की धूल से अपनी मांग भर लिया करती थीं. इतने दिन के बाद तो यकीनन आपने पहचान ही लिया होगा हम किस फ़िल्मी सितारे की बात कर रहे हैं.
टैलेंट हंट में विनर बनने के बाद मिली पहली फिल्म
जी हां बात हो रही है राजेश खन्ना की, जिन्हें प्यार से लोग काका कहते थे. राजेश खन्ना जब फिल्मों में आए तो आते ही छा गए, उनका रोमांटिक अंदाज, काबिलेतारीफ एक्टिंग और उनके लुक्स ने उनकी फिल्मों को ऐसा हिट कराया कि लोग उनके दीवाने हो गए. बहुत कम लोग ये बात जानते हैं कि राजेश खन्ना को बॉलीवुड में एंट्री मिली टैलेंट हंट के जरिए. दरअसल 1965 में जब राजेश खन्ना फिल्मों में हाथ आजमाने मुंबई आए तो फिल्मफेयर ने एक टैलेंट हंट आयोजित किया था जिसमें दस हजार लोगों ने भाग लिया था. इस हंट में राजेश खन्ना विनर बने और उनको उस समय की स्टार एक्ट्रेस बबीता के साथ फिल्म राज का ऑफर मिला. लेकिन इससे पहले के कुछ साल संघर्ष के बीते, वो काम के लिए स्टूडियो के चक्कर लगाते थे.
लग्ज़री कार में काम मांगने जाते थे
राजेश खन्ना के शौक निराले थे. वो अपनी लग्ज़री कार में काम मांगने जाते थे और ऐसी कार उस दौर के हीरोज़ के पास भी नहीं हुआ करती थी. 1969 में शर्मिला टैगोर के साथ राजेश खन्ना की फिल्म आराधना ने सफलता के झंडे गाड़ दिए और उसके तुरंत बाद आई दो रास्ते से वो स्टार बन गए. सच्चा झूठा, कटी पतंग, हाथी मेरे साथी, आन मिलो सजना, आपकी कसम, आनन्द और मेहबूब की मेहंदी जैसी फिल्मों ने उन्हें रातों रात इंडस्ट्री का सुपरस्टार बना दिया.
इनकी एक ना ने अमिताभ बच्चन को बनाया स्टार
कहते हैं कि राजेश खन्ना ने अपनी व्यस्तता के चलते यश चोपड़ा निर्देशित फिल्म दीवार का ऑफर ठुकरा दिया था. जब दीवार बनाने की बात उठी तो यश चोपड़ा को स्क्रिप्ट बहुत पसंद आई और उन्होंने कहा कि वो राजेश खन्ना को लेकर इस फिल्म को बनाएंगे. लेकिन तब राजेश खन्ना बिजी थे. ऐसे में राइटर सलीम और जावेद ने यश चोपड़ा को अमिताभ बच्चन का नाम सजेस्ट किया. अमिताभ इस फिल्म में विजय वर्मा बनने के लिए तुरंत तैयार हो गए और इस तरह अमिताभ बच्चन के करियर में एक बड़ा और अच्छा मोड़ आया.