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रेगिस्तान में दिखा नुकीले काले कान वाला अजीबोगरीब जानवर, कैमरे में कैद हुई तस्वीर, देख कांप उठा लोगों का कलेजा



Rare caracal seen in Rajasthan Mukundra Hills: राजस्थान के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व (Mukundra Hills Tiger Reserve) में दुर्लभ कराकल बिल्ली (Rare Caracal) देखे जाने की खबर सामने आई है. इस जंगली बिल्ली की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. पहली बार इस टाइगर रिजर्व में कराकल की मौजूदगी दर्ज की गई है, जिससे वन्यजीव प्रेमियों और पर्यावरणविदों में उत्साह देखा जा रहा है.  

क्या है कराकल और क्यों है यह खास? (Rare caracal pic goes viral) 

कराकल (Caracal) एक मध्यम आकार की जंगली बिल्ली है, जिसे उसके नुकीले काले कान और तेज गति के लिए जाना जाता है. यह आमतौर पर अफ्रीका, मध्य एशिया और भारत के कुछ हिस्सों में पाई जाती है. भारत में कराकल (कैराकल कैट) की संख्या बहुत कम है और इसे संवेदनशील प्रजातियों (Endangered Species) में शामिल किया गया है. यह आमतौर पर शुष्क क्षेत्रों और जंगलों में पाई जाती है, लेकिन इसे राजस्थान के टाइगर रिजर्व में देखे जाना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

यहां देखें पोस्ट

मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में पहली बार कराकल की मौजूदगी (caracal pic goes viral)

राजस्थान का मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व मुख्य रूप से बाघों के संरक्षण के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां पर कराकल की मौजूदगी पहली बार दर्ज की गई है. यह रिजर्व कोटा, बूंदी, झालावाड़ और चित्तौड़गढ़ जिलों में फैला हुआ है और बाघों के अलावा तेंदुआ, भालू और अन्य दुर्लभ जीवों का भी घर है. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह कराकल एक कैमरा ट्रैप (Camera Trap) में कैद हुआ. इससे पहले राजस्थान में केवल रणथंभौर और सरिस्का राष्ट्रीय उद्यानों में कराकल देखे गए थे. विशेषज्ञों का मानना है कि यह sighting रिजर्व के पर्यावरणीय सुधार का संकेत है.  

वन्यजीव संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण खोज (what is caracal)

इस दुर्लभ कराकल की मौजूदगी यह दर्शाती है कि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों के लिए अनुकूल पर्यावरण विकसित हो रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार, कराकल की आबादी को बचाने के लिए इसे संरक्षित क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.  

सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर (Big Cats of India)

इस कराकल की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. वन्यजीव प्रेमी और फोटोग्राफर इस खबर को लेकर काफी उत्साहित हैं. लोगों का मानना है कि यह राजस्थान के वन्यजीव पर्यटन को भी बढ़ावा दे सकता है. राजस्थान में कराकल का दिखना वन्यजीव संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. इससे न केवल टाइगर रिजर्व की जैव विविधता का पता चलता है, बल्कि यह भी संकेत मिलता है कि यहां वन्यजीवों के लिए सुरक्षित माहौल विकसित हो रहा है. वन विभाग और सरकार को इस दुर्लभ प्रजाति के संरक्षण के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है.  

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