यूपी की इस विधानसभा सीट पर जल्द हो सकते हैं चुनाव,
UP Politics: बीजेपी विधायक आशुतोष टंडन के निधन से खाली हुई लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट पर जल्द उपचुनाव कराया जा सकता है. आशुतोष टंडन उर्फ ‘गोपालजी’ का निधन 9 नवंबर को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में हो गया था. तब से पूर्वी विधानसभा सीट खाली घोषित हो गई थी. आशुतोष टंडन कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे. खाली हुई सीट पर चुनाव लड़वाने के लिए बीजेपी ने प्रत्याशी की तलाश शुरू कर दी है. सबसे पहला नाम लालजी जी टंडन के बेटे और गोपालजी के भाई अमित टंडन का नाम है. अमित टंडन पिछले कुछ दिनों से काफी सक्रिय हैं. गोपालजी के बाद अमित टंडन ही उनका कामकाज देख रहे थे. बीजेपी सूत्रों का कहना है कि लखनऊ पूर्वी सीट के लिए तीन से चार नामों पर मंथन जारी है. आशुतोष टंडन लखनऊ पूर्वी से तीन बार के विधायक रहे थे.
ये लड़ सकते हैं चुनाव
बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह के नाम पर भी विचार कर रही है. संतोष सिंह ब्रज क्षेत्र के प्रभारी भी हैं. उन्होंने राजनीति की शुरुआत छात्रसंघ से शुरू की थी. अंदरखाने में पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान में राज्यसभा सदस्य दिनेश शर्मा को भी चुनाव लड़वाया जा सकता है. लखनऊ पूर्वी की सीट बीजेपी के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती है. पूर्व में दिनेश शर्मा पूर्वी सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे.
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एक और नाम है कार्यकर्ताओं की जुबान पर
लखनऊ में आम कार्यकर्ताओं की जुबान पर नीरज सिंह का नाम भी चल रहा है. नीरज सिंह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के छोटे बेटे हैं. पिता के केंद्रीय राजनीति में सक्रिय होने की वजह से नीरज सिंह लखनऊ लोकसभा क्षेत्र की जनता की समस्याओं में दिलचस्पी लेते हुए पाए अक्सर पाए जाते हैं. लखनऊ की राजनीति में भी नीरज सिंह के फैसले को अहमियत दी जाती है. कार्यकर्ता लखनऊ पूर्वी सीट से नीरज सिंह को टिकट मिलने की उम्मीद करते हैं.
ये रहा ये लखनऊ पूर्वी का सियासी सफर
लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट पर बीजेपी का 1991 से कब्जा है. बीजेपी ने 1991, 1993, 1996 ,2002, 2007, 2012 ,2017 और 2022 में जीत दर्ज की है. आशुषोश टंडन से पहले कलराज मिश्र भी लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.