मैं उस बिरादरी में अपवाद हूं… जब CII सम्मेलन में पीएम मोदी ने याद दिलाया अपना वादा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की तरफ से आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं. सीआईआई सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. भारत पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक ताकत है. वह दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमिक पावर बन जाएगा. भारत आठ प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है, वह दिन दूर नहीं जब हम विश्व में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे.
सीआईआई सम्मेलन में पीएम मोदी क्या बोले
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने कहा था मेरे तीसरे टर्म में देश तीसरे नंबर की इकॉनमी बनेगा. भारत लगातार सधे हुए कदमों से आगे बढ़ रहा है. 2014 में आपने हमें देश की सेवा करने का मौका दिया था. 2014 में सरकार बनी तो सबसे बड़ा सवाल यही था कि इकॉनमी को वापस पटरी पर कैसे लाएं.
हर सेक्टर की इकॉनमी पर भारत का फोकस
पूंजीगत व्यय 10 वर्षों में पांच गुना से अधिक होकर 11.11 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया. सरकार ने पिछले 10 वर्षों में मंत्रालयों के आवंटन में रिकॉर्ड वृद्धि की है, जबकि कर की दरें रिकॉर्ड निम्न स्तर पर आ गई हैं. सरकार जिस गति और स्तर पर बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रही है वह अभूतपूर्व है. भारत हर सेक्टर की इकॉनमी पर फोकस कर रहा है. पिछले सरकार की तुलना में हमारी सरकार ने रेलवे का बजट 8 गुना बढ़ाया है. हाइवे का बजट 8 गुना बढ़ाया है. एग्रिकल्चर का बजट 4 गुना और डिफेंस का बजट 2 गुन से अधिक बढ़ाया है.
भारत में 1.40 लाख स्टार्टअप
इस सम्मलेन में पीएम मोदी ने ये भी कहा कि हमारी सरकार की नीयत और प्रतिबद्धता साफ है, हम विकसित भारत पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. हम जल्द ही अपतटीय खनिज ब्लॉक की नीलामी शुरू करेंगे…आज भारत मोबाइल फोन का शीर्ष विनिर्माता है. आज भारत में 1.40 लाख स्टार्टअप हैं और आठ करोड़ लोगों ने मुद्रा ऋण से अपना व्यवसाय शुरू किया है. दुनिया भर के निवेशक भारत आने को इच्छुक हैं; यह उद्योग के लिए एक सुनहरा अवसर है और हमें इसे गंवाना नहीं चाहिए.
पीएम मोदी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में जिस सीआईआई सम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं. उसका आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा किया जा रहा है. इसका उद्देश्य विकास के लिए सरकार के व्यापक दृष्टिकोण और इस प्रयास में उद्योग की भूमिका की रूपरेखा को प्रस्तुत करना है. उद्योग, सरकार, राजनयिक समुदाय, थिंक टैंक आदि से 1000 से अधिक प्रतिभागी व्यक्तिगत रूप से इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं, जबकि अन्य लोग देश और विदेश में स्थित विभिन्न सीआईआई केंद्रों के माध्यम से जुड़े हुए हैं.