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बीएसपी नेता का शव पार्टी के दफ्तर में नहीं दफनाया जा सकता : हाईकोर्ट




चेन्नई:

बीएसपी (BSP) के तमिलनाडु प्रमुख के आर्मस्ट्रांग (k armstrong) के शव को राज्य की राजधानी में पार्टी के कार्यालय में नहीं दफनाया जा सकता. मद्रास हाईकोर्ट ने आज डीएमके सरकार के रुख को बरकरार रखते हुए यह फैसला सुनाया. आर्मस्ट्रांग की शुक्रवार को चेन्नई में उनके घर के पास हत्या कर दी गई थी. 

कोर्ट ने कहा कि के आर्मस्ट्रांग के शव को निकट के तिरुवल्लुवर जिले में एक एकड़ निजी स्वामित्व वाले भूखंड में दफनाया जा सकता है. कोर्ट ने कहा कि बीएसपी समर्थकों द्वारा शवयात्रा शांतिपूर्ण तरीके से निकाली जानी चाहिए.

इससे पहले मृत बीएसपी नेता की पत्नी के पोरकोडी ने कोर्ट में याचिका दायर करके शव को चेन्नई में पार्टी के दफ्तर में दफनाने की इजाजत मांगी थी. याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया कि 2,600 वर्ग फीट जगह बीजेपी के स्वामित्व में है.

तमिलनाडु सरकार की ओर से पेश हुए अतिरिक्त महाधिवक्ता जे रविंद्रन ने याचिका का विरोध किया. बार एंड बेंच के मुताबिक उन्होंने कहा कि, “यह एक आवासीय क्षेत्र है. गुण-दोष में जाए बिना हमने बीएसपी कार्यालय और उनके आवास के करीब 2,000 वर्ग फीट के तीन स्थानों की पहचान की है, जिन्हें वे दफनाने या स्मारक बनाने के लिए चुन सकते हैं, जो भी वे चाहें.”

जस्टिस वी भवानी सुब्बारायण ने कहा कि दफनाने की इजाजत केवल पूर्व-अधिसूचित स्थानों पर ही है और याचिकाकर्ताओं को राज्य सरकार की अनुमति की आवश्यकता होगी.

रविन्द्रन ने कहा, “हमने पहले ही उनकी मांग को खारिज करते हुए एक सरकारी आदेश पारित कर दिया है क्योंकि यह एक प्राथमिक आवासीय क्षेत्र है, घनी आबादी है, अपर्याप्त पहुंच मार्ग है, और इमारत के पास भी अपेक्षित इजाजत नहीं है.”

आवासीय क्षेत्र में शव दफन नहीं हो सकता

के आर्मस्ट्रांग की पत्नी की ओर से पेश वरिष्ठ वकील चंद्रसुब्बू से जज ने कहा, “भावनाएं अलग हैं, लेकिन नियमों के अनुसार आप आवासीय क्षेत्र में शव को दफन नहीं कर सकते. इसलिए मैं पूछ रहा हूं कि क्या आप कोई अन्य स्थान चुन सकते हैं.”

कोर्ट ने कहा, “मैं आपकी भावनाओं को समझता हूं, लेकिन आपको यह भी समझना होगा कि अदालत क्या कह रही है. कानून-व्यवस्था की समस्या होगी और तब सभी को परेशानी होगी. इस इलाके में छोटी-छोटी गलियां हैं. आपको एक बड़ी जगह की जरूरत है, जहां हजारों लोग इकट्ठा हो सकें. अगर कुछ होता है, तो आप जिम्मेदार नहीं होंगे, लेकिन हम सभी ने देखा है कि हाथरस भगदड़ में क्या हुआ.” 

रविंद्रन ने कहा कि राज्य सरकार के पास “दिल है, लेकिन हमारे हाथ बंधे हुए हैं क्योंकि हमें नियमों के अनुसार चलना है.”

जज ने कहा, “हम सभी उनके साथ हैं. हम समझते हैं कि इस समय हर कोई दुखी और गुस्से में है. लेकिन हम कानून और व्यवस्था की समस्या पैदा करने का जोखिम नहीं उठा सकते.”

चेन्नई के कॉरपोरेशन स्कूल ग्राउंड में रखा गया शव

शव को फिलहाल चेन्नई के कॉरपोरेशन स्कूल ग्राउंड में रखा गया है, ताकि के आर्मस्ट्रांग के समर्थक उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें.

अदालत ने आज पहले कहा था कि, “राज्य सरकार जो जगह दे रही है, वहीं पर दफ़न पूरा करें. बाद में आप एक बड़ा क्षेत्र खरीद लें और हम शव को वहां ले जाने के बारे में फैसला कर सकते हैं. आप शव को इतने घंटों तक ऐसे ही नहीं रख सकते.”

इसके बाद याचिकाकर्ता ने तिरुवल्लुवर को चुना. स्थानीय पंचायत ने आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली हैं. के आर्मस्ट्रांग के परिवार ने भी कहा था कि वे एक स्मारक बनाना चाहते हैं. अदालत ने उन्हें अंतिम संस्कार करने के लिए कहा है और कहा है कि वे स्मारक के लिए बाद में राज्य सरकार से संपर्क कर सकते हैं.

फैसला सुनाने के बाद अदालत ने याचिकाकर्ता से कहा कि उसे पता है कि उनके नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती, लेकिन यह भी जान लें कि राज्य ने आपकी मदद की है.

बीएसपी के तमिलनाडु के 47 वर्षीय प्रमुख की शुक्रवार की शाम को उनके घर के पास कम से कम छह लोगों ने हत्या कर दी थी. इस मामले में अब तक आठ संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है. शहर की पुलिस ने इस जघन्य अपराध के पीछे किसी भी राजनीतिक पहलू से इनकार किया है. बीएसपी प्रमुख मायावती ने इस घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. 

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