बिहार के जहानाबाद में बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में मची भगदड़, 7 की मौत
घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है. (फाइल इमेज)
पटना:
बिहार के जहानाबाद में स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ (Baba Siddheshwar Nath) के मंदिर में अचानक से मची भगदड़ की चपेट में आकर 7 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में 3 महिलाएं शामिल हैं. जबकि इस हादसे में 35 श्रद्धालु घायल हुए हैं. जहानाबाद सदर अस्पताल में अभी 7 शवों को लाया गया है और मृतकों की संख्या अभी ओर भी बढ़ सकती है. सावन के महीने में बाबा सिद्धेश्वर नाथ के मंदिर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लिए आते हैं. भगदड़ रात के समय हुई है. पुलिस ने हादसे के बारे में जानकारी देते हुए कहा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज किया जा रहा है. पुलिस आगे की जांच कर रही है.
बिहार के जहानाबाद में बड़ा हादसा
बिहार के जहानाबाद में स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ के मंदिर में अचानक से मची भगदड़ की चपेट में आकर 7 लोगों की मौत हो गई है. जबकि इस हादसे में दर्जनों श्रद्धालु घायल हुए हैं. सावन के दौरान इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता हैं और दूर-दूर से लोग… pic.twitter.com/S5vX4PW9Ya
— NDTV India (@ndtvindia) August 12, 2024
जहानाबाद पुलिस इंस्पेक्टर ने अभी 7 लोगों की मौत की पुष्टि की है. जबकि 35 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे है. घायलों का स्थानीय मखदुमपुर और सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. वहीं एक व्यक्ति ने बताया कि भगदड़ में उनकी एक महिला रिश्तेदार की मौत हो गई है. ये प्रशासन की कमी थी जिसके कारण ऐसा हुआ. वहां मौजूद लोगों ने मुझे बताया कि प्रशासन ने राष्ट्रीय कैडेट कोर (National Cadet Corps) के लोगों को सुरक्षा के लिए तैनात किया था और इन्होंने लाठी का प्रयोग भक्तों पर किया. जिसके कारण लोग भागने लगे और कुछ लोग गिर गए. ये पूरी तरह से प्रशासन की गलती है.

जबकि एक अन्य प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंदिर के पास फूल बेचने वाले एक माली से झगड़ा हुआ था. जिसके बाद लाठीचार्ज की गई और भगदड़ हो गई. भगदड़ में 50 से 60 लोग घायल हो गए जबकि 7 की मौत हो गई. प्रत्यक्षदर्शी की माने तो मौके पर प्रशासन की टीम नहीं थी. पुलिस प्रशासन की लापरवाही से यह घटना घटी है.
बता दें कि सावन के दौरान इस मंदिर में श्रद्धालुओं की खासा भीड़ लगी रहती है. दूर-दूर से लोग यहां आते हैं. आज सावन के सोमवार के दिन यहां काफी लोग पूजा के लिए आए थे और ऐसे में ये हादसा हो गया.