बाल यौन शोषण केस में CID के सामने पेश हुए कर्नाटक के पूर्व CM येदियुरप्पा, 3 घंटे हुई पूछताछ
बेंगलुरु:
कर्नाटक के पूर्व सीएम और बीजेपी बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) पोक्सो (POCSO) मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को सीआईडी (CID) पुलिस के सामने पेश हुए. सीआईडी की टीम ने उनसे करीब 3 घंटे तक पूछताछ की. मार्च में येदियुरप्पा के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण यानी पॉक्सो एक्ट के तहत शिकायत दर्ज की गई थी. एक महिला ने आरोप लगाया कि जब वे मदद मांगने पूर्व सीएम के आवास पर गईं, तो उनकी बेटी को परेशान किया गया. इस बीच येदियुरप्पा ने कहा कि उन्हें कानून और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.
येदियुरप्पा ने सभी आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने कहा, ” जो लोग उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं, उन्हें लोग ही सबक सिखाएंगे. मैं कानूनी तौर पर अदालत में आरोपों से लडूंगा.”
नाबालिग लड़की से कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ FIR दर्ज
हाईकोर्ट ने दिया तत्काल कार्रवाई शुरू नहीं करने का निर्देश
इस मामले में गिरफ्तारी का सामना कर रहे येदियुरप्पा को शुक्रवार को अस्थायी राहत मिल गई है. कर्नाटक हाईकोर्ट ने पुलिस को उनके खिलाफ कार्यवाही शुरू नहीं करने का निर्देश दिया है.
3 मार्च 2024 को दर्ज हुई थी FIR
3 मार्च 2024 को पीड़िता की मां ने सदाशिवनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी नाबालिग बेटी का यौन उत्पीड़न किया गया है. इस घटनाक्रम के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी. वहीं, येदियुरप्पा ने अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को खारिज किया था. उन्होंने कहा था- “कुछ दिन पहले एक महिला मेरे घर आई थी, वह रोते हुए कह रही थी कि कुछ समस्या है. मैंने उससे पूछा कि मामला क्या है. मैंने खुद पुलिस को फोन किया कमिश्नर को मामले की जानकारी दी और उनसे उसकी मदद करने को कहा. बाद में महिला मेरे खिलाफ बोलने लगी.”
कर्नाटक में JDS और बीजेपी में गठबंधन लेकिन क्या जमीन पर एकजुट हैं कार्यकर्ता?
येदियुरप्पा ने 2021 में दिया था सीएम पद से इस्तीफा
बीएस येदियुरप्पा ने 2007 में सात दिनों के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. वह 2008 से 2011 तक, मई 2018 में तीन दिनों के लिए और फिर जुलाई 2019 से जुलाई 2021 तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उन्होंने 2021 में इस्तीफा दे दिया था.