फ्रांस में चाकू से हमले में एक की मौत, मैक्रों ने इसे “इस्लामी आतंकवाद” बताया
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पूर्वी फ़्रांस में शनिवार को चाकू से किए गए हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे “इस्लामी आतंकवाद” बताया है. प्रॉसिक्यूटर निकोलस हेइट्ज़ ने एएफपी को बताया कि मुलहाउस शहर में एक 37 वर्षीय संदिग्ध द्वारा किए गए हमले में तीन और अधिकारी मामूली रूप से घायल हो गएय ये संदिग्ध एफएसपीआरटी नामक आतंकवादी रोकथाम निगरानी सूची में है. संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है.
फ्रांस की राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी अभियोजक इकाई (पीएनएटी), ने जांच की जिम्मेदारी संभाली है. इसकी तरफ से बताया गया कि संदिग्ध ने “अल्लाहु अकबर” चिल्लाते हुए नगर निगम पुलिस अधिकारियों पर हमला किया. प्रत्यक्षदर्शियों ने एएफपी को पुष्टि की कि संदिग्ध ने कई बार इन शब्दों को चिल्लाया था. पीएनएटी ने एक बयान में कहा कि हस्तक्षेप करने वाला एक नागरिक राहगीर गंभीर रूप से घायल हो गया.
मुलहाउस प्रॉसिक्यूटर के अनुसार, वह राहगीर 69 वर्षीय पुर्तगाली नागरिक था.
मैक्रों ने कहा कि इसमें “कोई संदेह नहीं” है कि यह घटना “एक आतंकवादी घटना” थी, विशेष रूप से “एक इस्लामी आतंकवादी घटना.”
मैक्रों ने कहा कि हमारी सरकार “धरती पर आतंकवाद को खत्म करने के लिए सब कुछ” करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है.
एफएसपीआरटी वॉचलिस्ट “आतंकवादी” कट्टरपंथ को रोकने के उद्देश्य से व्यक्तियों पर विभिन्न अधिकारियों से डेटा संकलित करती है. इसे 2015 में व्यंग्य पत्रिका चार्ली हेब्दो के कार्यालयों और एक यहूदी सुपरमार्केट पर घातक हमलों के बाद बनाया गया था.
सूत्रों के अनुसार अल्जीरिया में जन्मे संदिग्ध को न्यायिक निगरानी और घर में नजरबंद कर दिया गया है, और फ्रांस से निष्कासन आदेश के तहत रखा गया है.